आपकी ये आदतें बन सकती हैं आंखों की दुश्मन : आज ही सुधारें वरना पछताएंगे

नई दिल्ली (एजेंसी)। मानव शरीर के सबसे अनमोल अंगों में से एक ‘आंखें’ हमें इस रंगीन दुनिया का अनुभव कराती हैं। लेकिन आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और आधुनिक जीवनशैली में हम अपनी आंखों की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, हमारी कुछ रोजमर्रा की मामूली लगने वाली गलतियां धीरे-धीरे दृष्टि को कमजोर कर सकती हैं और लंबे समय में गंभीर अंधेपन का कारण भी बन सकती हैं।
नेत्र विशेषज्ञों का मानना है कि आजकल कम उम्र में ही चश्मा लगना और आंखों में संक्रमण होना एक आम बात हो गई है। इसका मुख्य कारण गलत खान-पान और डिजिटल उपकरणों का अत्यधिक उपयोग है।
अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए आपको निम्नलिखित आदतों पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है:
- डिजिटल स्क्रीन का अत्यधिक मोह
आजकल हमारा अधिकांश समय स्मार्टफोन, लैपटॉप या टीवी के सामने बीतता है। स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी (Blue Light) आंखों की रेटिना को नुकसान पहुँचाती है।
नुकसान: इससे आंखों में सूखापन (Dry Eyes), जलन और बार-बार पानी आने की समस्या हो सकती है।
सावधानी: अंधेरे कमरे में मोबाइल चलाने से बचें और काम के बीच-बीच में आंखों को आराम दें।
- असंतुलित आहार और पोषण की कमी
आंखों की रोशनी को बरकरार रखने के लिए केवल बाहरी सुरक्षा ही नहीं, बल्कि आंतरिक पोषण भी जरूरी है। विटामिन और खनिजों की कमी सीधे हमारी दृष्टि को प्रभावित करती है।
क्या खाएं: अपने भोजन में विटामिन-A, C, ओमेगा-3 फैटी एसिड और जिंक को शामिल करें।
सुझाव: गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, अंडे, ड्राई फ्रूट्स और खट्टे फल आंखों की कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करते हैं।
- नींद की भारी कमी
एक स्वस्थ शरीर और तेज दिमाग के साथ-साथ स्वस्थ आंखों के लिए भी 7 से 8 घंटे की गहरी नींद अनिवार्य है।
असर: जब हम पर्याप्त नहीं सोते, तो आंखों की मांसपेशियों को आराम नहीं मिल पाता। इससे आंखों के नीचे काले घेरे (Dark Circles), धुंधलापन और आंखों में लाली छाई रहती है।
उपाय: रात में समय पर सोने की आदत डालें ताकि आपकी आंखों की नेचुरल हीलिंग हो सके।
निष्कर्ष: आंखें हैं तो जहान है। छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर आप बुढ़ापे तक अपनी आंखों की रोशनी को सुरक्षित रख सकते हैं। यदि आपको धुंधला दिखाई दे या आंखों में लगातार दर्द रहे, तो तुरंत किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से संपर्क करें।
















