रायपुर में कर्ज वसूली सिंडिकेट का भंडाफोड़: एक गिरफ्तार, दूसरा फरार

रायपुर। रायपुर पुलिस ने तेलीबांधा थाने में दर्ज एक बड़े आपराधिक मामले में भाठागांव स्थित सांई विला में छापा मारते हुए करीब 37 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के जेवरात, लग्जरी गाड़ियां, हथियार और दस्तावेजों का जखीरा बरामद किया है।
मुख्य आरोपी रोहित सिंह तोमर अब भी फरार है, जबकि उसके सहयोगी दिव्यांश तोमर को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की कार्रवाई ने एक संगठित कर्ज वसूली सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है, जो लोगों से जबरन चेक, स्टाम्प और जमीन की रजिस्ट्री करवा कर अवैध वसूली करता था।
जब्ती में मिले:
₹37,10,350 नगद
734 ग्राम सोने और 125 ग्राम चांदी के जेवर
BMW, थार और ब्रेजा गाड़ियां
रिवाल्वर, पिस्टल, जिंदा कारतूस, 5 लोहे की तलवारें
लैपटॉप, iPad, CPU, ATM-चेक बुक
नोट गिनने की मशीन
जमीन के दस्तावेज और लेन-देन की रजिस्टर डायरी
खुलासे में सामने आया:
जांच में सामने आया कि रोहित सिंह तोमर, विरेन्द्र सिंह तोमर और दिव्यांश तोमर मिलकर लोगों को कर्ज में फंसाकर, उनके खाली चेक और स्टाम्प पेपर पर दस्तखत करवाते थे। फिर उनसे ब्याज की राशि जबरन वसूली जाती थी, और विरोध करने पर जेल भेजने व जान से मारने की धमकी दी जाती थी।
कुछ मामलों में आरोपियों ने डरा-धमकाकर जमीन की औने-पौने दाम पर रजिस्ट्री भी कराई। पीड़ितों के अनुसार, कई वर्षों से उगाही का यह खेल चल रहा था, जिसमें पैसे का लेन-देन शुभ्रा तोमर, नेहा तोमर और अन्य पारिवारिक खातों के जरिए होता था।
केस दर्ज:
अपराध क्रमांक 332/25 – तेलीबांधा थाना (धारा 296, 315(2), 351(2), 3(5) BNS)
अपराध क्रमांक 230/25 – पुरानी बस्ती थाना (धारा 308(2), 111(1) BNS, छत्तीसगढ़ ऋणीयों का संरक्षण अधिनियम)
अपराध क्रमांक 229/25 – पुरानी बस्ती थाना (धारा 25 आर्म्स एक्ट – विशेष रूप से विरेन्द्र सिंह तोमर के खिलाफ)
गिरफ्तार:
दिव्यांश तोमर, पिता अनिल तोमर, उम्र 25 वर्ष, निवासी सांई विला, भाठागांव
पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपी रोहित सिंह तोमर, विरेन्द्र सिंह तोमर सहित अन्य की तलाश जारी है और जल्द गिरफ्तारी की संभावना है।
यह मामला रायपुर में चल रहे एक गुप्त अवैध वित्तीय सिंडिकेट के गहरे नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिसमें राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक शोषण की गंभीर परतें उजागर हो रही हैं।