पैसेंजर ट्रेन में एक के बाद एक धमाके, यात्रियों में मची दहशत
रोहतक (एजेंसी)। हरियाणा में सोमवार शाम को जींद से दिल्ली जा रही पैसेंजर ट्रेन में सांपला के पास अचानक जोरदार धमाकों ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। ट्रेन की एक बोगी में हुए इन धमाकों के बाद आग लग गई, जिससे महिला यात्रियों सहित अन्य यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। दहशत में यात्रियों ने ट्रेन की चेन खींचकर उसे रोका और कई लोग अपने सामान के साथ ट्रेन से उतरकर दूर भागते नजर आए। मौके पर दमकल विभाग की गाड़ियों ने पहुंचकर आग पर काबू पाया।
धमाकों के बाद बोगी में लगी आग
प्रत्यक्षदर्शी सोनू, जो खुद इस घटना का गवाह था, ने बताया कि सांपला से ट्रेन निकलते ही बोगी के भीतर धमाकों की आवाजें सुनाई देने लगीं, जो किसी पटाखा बम की तरह महसूस हो रही थीं। बोगी में लगी आग और भगदड़ के कारण पांच से छह लोगों को हल्की चोटें आईं। गनीमत रही कि कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई। हादसा मुख्य रूप से महिला बोगी में हुआ, जिसमें उस समय कुछ ही महिलाएं मौजूद थीं।
फॉरेंसिक और बम निरोधक दस्ते ने की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे विभाग ने दिल्ली से विशेषज्ञों की एक टीम को भेजा, जिसमें फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने मौके का निरीक्षण कर तथ्यों को इकट्ठा किया। जांच में कुछ विस्फोटक पदार्थ के अवशेष पाए गए, जो अब लैब में जांच के लिए भेजे जाएंगे। वहीं, रोहतक से डॉग स्क्वॉड और बम निरोधक दस्ता भी मौके पर पहुंचा। रेलवे विभाग के डीएसपी ने बताया कि घटनास्थल पर कुछ पिस्तौलनुमा वस्तुएं मिली हैं, जो संभवतः बच्चों के खिलौना गन हो सकते हैं।
त्योहारी सीजन में सुरक्षा जांच बढ़ाई गई
दिवाली के ठीक पहले हुई इस घटना के मद्देनजर रेलवे ने सुरक्षा जांच कड़ी कर दी है। सोमवार को रोहतक से आई बम निरोधक टीम ने सांपला रेलवे जंक्शन पर ट्रेनों और यात्रियों के सामान की विस्तृत जांच की। इस दौरान प्लेटफार्म, टिकट बुकिंग हॉल, बिल्डिंग और पार्किंग स्थल का भी निरीक्षण किया गया।
धमाके की वजह जानने में जुटी पुलिस
रेलवे की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि पटाखों या गंधक-पोटाश से धमाका हुआ था। इसके अलावा यह भी संभावना जताई जा रही है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी हो। फिलहाल रेलवे विभाग और पुलिस इस मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
यह हादसा यात्रियों के लिए बेहद खौफनाक साबित हुआ और त्योहारों के मौसम में सुरक्षा को लेकर एक बड़ा सवाल खड़ा कर गया।