वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सीधे रस्ते की टेढ़ी चाल… ये बंद कराने आए थे तवायफों के कोठे सिक्कों की खनक देखकर खुद ही मुजरा करने लगे
गलत खेल खड़गे का
बार-बार पराजित हुआ आदमी खिसिया जाता है और खिसियाया हुुआ आदमी गुस्से में कब क्या बोल जाए उसे खुद को पता नहीं चलता। ऐसा ही कुछ कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे के साथ भी हो रहा है।
‘खार खाए खड़गे ने
फिर जताया कि वे हैं नादान खिलाड़ी
एक बार फिर
पैर पे अपने मार ली देखो कुल्हाड़ी
अक्सर कांग्रेस अध्यक्ष
छोड़ सीधी राह, पकड़ते पगडण्डी आड़ी
कुढ़न में मोदी को बोल पड़े जहरीला सांप
फिर एक बार खड़गे ने अपनी साख बिगाड़ी
रोेते थे जिनके कपट पे कभी आंसू बहाके ज़ार-ज़ार
छटपटा दिखते हैं अब बनने को उनके गले का हार
अरविंद केजरीवाल ने कभी देश के करप्ट नेताओं की लिस्ट तैयार की थी। और आज उसी लिस्ट के हिसाब से नेता अरविंद केजरीवाल के साथ मंच साझा करते दिखते हैं। ममता की रैली मे ंविपक्षी नेताओं के साथ मंच पर केजरीवाल मोदी के खिलाफ हुंकार भर रहे थे।
तभी सोशल मीडिया पर केजरीवाल का ही एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें बेईमानों की लिस्ट पढ़ते दिखे। दुर्योग से उस लिस्ट के कई नेता उस समय उनके साथ ही मंच पर मौजूद थे। वायरल वीडियों में बेईमानों के नाम की लिस्ट और उनके साथ उठने-बैठने वाले नेताओं की लिस्ट लगभग ‘सेम टू सेम’ है। राफेल गांधी नाम के एक एकाउन्ट ने ये शेर लिखा है ‘ये बंद कराने आए थे तवायफों के कोठे, सिक्कों की खनक देखकर खुद ही मुजरा करने लगे’।
इस हिसाब से अगर
भाजपा को 40
तो कांग्रेस को 85
ईधर राहुल गांधी ने कर्नाटक चुनाव में भाषण देते हुए अवाम से अपील की है कि भाजपा को केवल 40 सीटें ही देना। क्योंकि ये 40 परसेन्ट वाली सरकार है और भाजपा को 40 का आंकड़ा पसंद है। इस फार्मूले से शायद वे कांग्रेस के लिये 85 सीटों की मांग कर लें क्योंकि कांग्रेस के प्रधानमंत्री स्व राजीव गांधी ने कहा था कि हम यहां से सौ भेजते हैं और जनता तक पहुंचते-पहुंचते ये केवल 15 रह जाते हैं। यानि 85 बीच के लोग खा जाते हैं। अब ये स्वाभाविक रूप् से समझा जा सकता है कि ये 85 किसके खाते में जाता था। बीच का माल तो सत्ता जुड़े लोगों को मिलता है।
जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, चिन्तक, विश्लेषक
mo. 9522170700