केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुजरात के द्वारका में 470 करोड़ रुपये की लागत से National Academy of Coastal Policing (NACP) के स्थायी परिसर का शिलान्यास किया
शाह ने कहा कि तटीय सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 450 एकड़ से अधिक भूमि पर राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी बनाने की शुरूआत आज की गई है
नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश की सीमाओं की सुरक्षा मज़बूत हुई है और देश के नागरिक अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं
मोदी सरकार ने देश के सीमा प्रहरियों के रहने और कार्यस्थलों की सुविधा में बढ़ोत्तरी, उनके परिजनों के स्वास्थ्य की चिंता और देश की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक साधन मुहैया कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी
पिछली सरकार में तटीय सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण की कोई नीति नहीं थी, 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय तटीय पुलिस अकादमी को मंज़ूरी दी और देश की तटीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण काम आज श्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदृष्टि और दृढ़ निश्चय के कारण हो रहा है
मोदी सरकार ने भारतीय नौसेना, इंडियन कोस्ट गार्ड, समुद्री पुलिस, कस्टम्स और मछुआरों के साथ मिलकर सुरक्षा का एक सुदर्शन चक्र बनाया है
इंटीग्रेटेड विचार के साथ बनाई गई इस रणनीति के माध्यम से देश के तटों को सुरक्षित करने का काम मोदी सरकार ने किया है
हाल ही में भारतीय नौसेना और एनसीबी ने मिलकर भारत की खुफिया एजेंसियों के सहयोग से 12 हजार करोड़ रूपए के ड्रग्स केरल के समुद्री तट से पकड़ने का काम किया है
पिछली सरकार के 10 साल के शासनकाल में कुल 680 करोड़ रूपए के ड्रग्स पकड़े गए लेकिन एक ही खेप में 12,000 करोड़ रूपए के ड्रग्स पकड़ने का काम भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने किया है, ये बताता है कि हमारी एजेंसियां कितनी मुस्तैदी के साथ काम कर रही हैं
जिस देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होती उस देश में विकास के कोई मायने नहीं होते, सीमाओं की चाक-चौबंद सुरक्षा से ही देश सुरक्षित रह सकता है
अपने संबोधन में श्री अमित शाह ने कहा कि विषम मौसम और भौगोलिक परिस्थिति में तटीय सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में 450 एकड़ से अधिक भूमि पर राष्ट्रीय कोस्टल पुलिस अकादमी बनाने की आज शुरूआत यहां की गई है। उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश और देश की सीमाओं की सुरक्षा मज़बूत हुई हैं और सीमाओं और देश के नागरिक अपने आप को सुरक्षित महसूस करते हैं। श्री शाह ने कहा कि सीमा सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए ये ज़रूरी है कि हमारे सीमा प्रहरियों के रहने और काम करने की सुविधा में बढ़ोत्तरी हो, उनके परिवारजनों के स्वास्थ्य की चिंता सरकार करे और सुरक्षा के लिए उन्हें अत्याधुनिक ज़रूरी साधन मुहैया कराए जाएं। उन्होंने कहा कि इन तीनों क्षेत्रों में मोदी सरकार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है और हमारे सुरक्षाबलों को सभी प्रकार की सुविधाएं देने का प्रयास किया है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हाल ही में भारतीय नौसेना और नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने मिलकर भारत की खुफिया ऐजेंसियों के सहयोग से 12 हज़ार करोड़ रूपए के ड्रग्स केरल के समुद्री तट से पकड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के 10 साल के शासनकाल में कुल 680 करोड़ रूपए के ड्रग्स पकड़े गए लेकिन अब एक ही खेप में 12 हज़ार करोड़ रूपए के ड्रग्स पकड़ने का काम भारतीय सुरक्षा ऐजेंसियों ने किया है जो ये बताता है कि हमारी ऐजेंसियां और मुस्तैद हुई हैं।
श्री अमित शाह ने कहा कि आज लाल-बाल-पाल के नाम से प्रसिद्ध महान स्वतंत्रतासेनानियों में से बिपिन चंद्र पाल की पुण्यतिथि है। आज ही परमवीर चक्र से सम्मानित शहीद पिरू सिंह जी की जयंती है। पिरू सिंह जी ने अपने पराक्रम से अपनी जान और परिवार की परवाह किए बिना देश की रक्षा करने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पिरू सिंह जी की स्मृति में अंडमान निकोबार में एक द्वीप का नाम भी शहीद पिरू सिंह द्वीप के नाम से नामांकित किया है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जिस देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं होती उस देश में विकास के कोई मायने नहीं होते, सीमाओं की चाक-चौबंद सुरक्षा से ही देश सुरक्षित रह सकता है। उन्होंने कहा कि भारत की 15000 किलोमीटर लंबी भूमि सीमा और 7516 किलोमीटर लंबी समुद्री सीमा है। उन्होंने कहा कि 7516 किलोमीटर लंबी समुद्री सीमा में से 5422 किलोमीटर मेनलैंड की सीमा है और द्वीपों की 2000 किलोमीटर की सीमा है। इस 7516 किलोमीटर की समुद्री सीमा पर कुल मिलाकर समुद्र किनारे 1382 द्वीप समूह, 3337 तटीय गांव, 11 प्रमुख बंदरगाह, 241 गैर-प्रमुख बंदरगाह, स्पेस, डिफेंस, अटॉमिक एनर्जी, पेट्रोलियम, शिपिंग आदि 135 एस्टेबलिशमेंट हैं। उन्होंने कहा कि इन सबकी सुरक्षा करने वालों के लिए कोई विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था नहीं थी, लेकिन 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद तटीय सीमाओं की सुरक्षा की ज़रूरत महसूस की गई कि एक ही प्रकार का रिस्पॉंस हर तटीय पुलिस स्टेशन, हमारे सीमा की सुरक्षा करने वाले और कोस्ट गार्ड के जवानों से मिलना चाहिए। श्री शाह ने कहा कि ये तभी हो सकता है जब एक सुनियोजित तरीके से तटीय सुरक्षा के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि 2018 में प्रधानमंत्री मोदी ने नेश्नल कोस्टल पुलिस अकादमी को मंज़ूरी दी और इसे श्री कृष्ण की नगरी में स्थापित करने का निर्णय किया गया। उन्होंने कहा कि द्वारका का मतलब है देश का प्रवेश द्वार, उस समय भगवान श्री कृष्ण ने मथुरा से यहां आकर इसे समुद्री सीमा से व्यापार का बड़ा केन्द्र बनाया था। आज मोदी जी की कल्पना से पूरे देश की तटीय सुरक्षा के प्रशिक्षण का काम श्री कृष्ण की भूमि ओखा में हो रहा है।
श्री अमित शाह ने कहा कि पूरे देश में कुल तटीय पुलिसकर्मियों की संख्या लगभग 12 हज़ार है और इस अकादमी के पूरी तरह परिचालन में आने के बाद यहां एक साल में 3,000 लोगों के प्रशिक्षण की व्यवस्था हो जाएगी। इस प्रकार 4 साल में भारत की तटीय सुरक्षा करने वाले सभी कर्मियों की शत-प्रतिशत ट्रेनिंग पूरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि तटीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने वाला एक महत्वपूर्ण काम आज श्री नरेन्द्र मोदी जी की दूरदृष्टि और दृढ़ निश्चय के कारण हो रहा है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि लगभग 56 करोड़ की लागत से आजयहां बीएसएफ की पांचअलग-अलग कंपनियों के आउटपोस्ट और 18वीं वाहिनी के एकऑबजर्वेशन पोस्ट (Observation Post) टॉवर का उद्घाटन हुआ है।इन पर तैनात हमारे सजग प्रहरी सुविधा के साथ यहां रह पाएंगे और देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर बीएसएफ तैनात है इसलिए देश की जनता चैन की नींद सोकर देश को सुरक्षित समझती है। श्री शाह ने कहा कि बीएसएफ का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है और उसके वीर जवानों ने देश की एक-एक इंच जमीन के लिए अपने रक्त की अंतिम बूंद बहा देने तक पराक्रम की पराकाष्ठा की है।उन्होंने कहा कि कई मौकों पर युद्ध के समय सेना टेकओवर करती है तब बीएसएफ को वापस जाना होता है मगर कई ऐसे मौके हैं जहां बीएसएफ के जवानों ने अपनी देशभक्ति के कारण वापस जाना मुनासिब नहीं समझा और सेना के कंधे से कंधा मिलाकर दुश्मनों का सामना किया है। श्री शाह ने कहा कि बीएसएफ की ये वीरगाथादेश के बच्चे बच्चे को मालूम है।
श्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने भारतीय नौसेना, इंडियन कोस्ट गार्ड, समुद्री पुलिस, कस्टम्स और मछुआरों के साथ मिलकर सुरक्षा का एक सुदर्शन चक्र बनाया है। उन्होंने कहा कि खुले समंदर में भारतीय नौसेना के जहाज और विमानों द्वारा सुरक्षा की जाती है। मध्यस्तरीय समुद्र में भारतीय नौसेना तथा तटरक्षक बल सुरक्षा और टेरिटोरियल वाटर में बीएसएफ की वाटर विंग इसे अंजाम देता है और गांव में देशभक्त मछुआरे सूचना का माध्यम बनकर देश की सुरक्षा को सुनिश्चित करते हैं। श्री शाह ने कहा कि इन सभी आयामों पर भारत सरकार ने एक सुगठित तटीय सुरक्षा नीति अपनाई है और एक इंटीग्रेटेड विचार के साथ बनाई गई नीति और रणनीति के माध्यम से देश के तटों को सुरक्षित करने का काम किया है।उन्होंने कहा कि हमारे देश ने तटीय सुरक्षा में कोताही के कारण कई दुष्परिणामभोगे हैं।2008 मुंबई हमले को कोई राष्ट्रभक्त नागरिक भुला नहीं सकता जिसमें थोड़ी सी चूक के कारण 166 निर्दोष नागरिकों की जान चली गई थी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की तटीय सुरक्षा की नीति के बाद अगर दुश्मन ऐसी घटनाओं को अंजाम देने का प्रयास करेगा तो उसे यहां से दांत खट्टे करने वाला जवाब मिलेगा। श्री शाह ने कहा कि इसके लिए ये प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कई स्तंभों पर इस तटीय सुरक्षा की नीति को तैयार किया गया है।इसमें तटीय सुरक्षा और इंटेलीजेंस के मामले में समन्वय और संवाद, संयुक्त तटीय गश्त द्वारा पेट्रोलिंग के प्रोटोकॉल तय करके निश्चित समय अंतराल पर पेट्रोलिंग की व्यवस्था, मछुआरों की सुरक्षा, 10 लाख से ज्यादा क्यूआर कोड वाले आधार कार्ड मछुआरों को देना, 1537 फिशलीडिंग पॉइंट्स पर सुरक्षा की व्यवस्था को सुनिश्चित करना और ब्लू इकोनामी के लिए बनाए हुए सभी मत्स्य बंदरगाहों पर सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। उन्होंने कहा कि इन सभी को जोड़कर तटीय सुरक्षा के लिए एक अभेद्य दुर्ग बनाने का काम नरेन्द्र मोदी सरकार ने किया है।
श्री अमित शाह ने कहा कि पिछली सरकार के कार्यकाल में पोरबंदर जेल को नोटिफिकेशन निकालकर बंद करना पडा था और पोरबंदर हर प्रकार की चोरी का केन्द्र बन चुका था। श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आने के बाद यहाँ जेल फिर शुरु हो गई और चोर भाग गए।उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी ने गुजरात को सुरक्षित करने का काम किया। चाहे कच्छ की जमीनी सीमा हो, सरक्रीक हो, हरामीनाला हो या फिर पोरबंदर का समुद्री किनारा हो, या फिर द्वारका-ओखा-जामनगर-सलाया का समुद्री किनारा हो, इन सभी स्थानों को सुरक्षित करने का काम नरेन्द्र मोदी जी ने किया है। श्री शाह ने कहा कि आज श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के प्रधानमंत्री के रुप में उसी पद्धति से सभी राज्य सरकारों को साथ रखकर देश के समुद्री तटों को सुरक्षित करने के लिए इस ट्रेनिंग एकेडमी की स्थापना की है।