केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने चक्रवाती तूफान “बिपारजॉय” के लिए तैयारियों की समीक्षा के लिए आज VC के माध्यम से बैठक की
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने चक्रवाती तूफान के संभावित मार्ग में आबादी की सुरक्षा की तैयारियों और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से गृह मंत्री को अवगत कराया
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य चक्रवाती तूफान “बिपारजॉय” से होने वाले संभावित नुकसान को कम से कम करना और इससे ‘जीरो कैजुअल्टी’ हो यह सुनिश्चित करना है
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में 12 जून को हुई समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण निर्देशों पर तेज़ी से काम करने की आवश्यकता है
केन्द्र ने पर्याप्त संख्या में NDRF की टीमों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया, साथ ही सेना, नौसेना, वायु सेना और तट रक्षक बल की इकाइयां और assets आवश्यकतानुसार मदद के लिए तैनात हैं
गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का कंट्रोल रुम 24 घण्टे स्थिति पर नजर रखे हुए है और भारत सरकार की सभी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं
गुजरात सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया, संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करने को कहा
गृह मंत्री ने गुजरात के सांसदों और विधानसभा सदस्यों से अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को इस चक्रवात के खतरे के बारे में जागरूक कर हरसंभव मदद करने को भी कहा
मौसम विभाग के महानिदेशक ने गृह मंत्री को पूर्वी मध्य अरब सागर के ऊपर स्थित गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि तूफान के 14 तारीख की सुबह तक लगभग उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है, फिर उत्तर-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने, सौराष्ट्र और कच्छ को पार करने, 15 जून की दोपहर तक जखाऊ बंदरगाह (गुजरात) के पास मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच पाकिस्तान के तटों को पार करने की संभावना है। यह गंभीर चक्रवाती तूफान 125-135 किमी प्रति घंटे की निरंतर हवा की गति से 150 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार प्राप्त कर सकता है।
गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल ने चक्रवाती तूफान के संभावित मार्ग में आबादी की सुरक्षा की तैयारियों और स्थानीय प्रशासन द्वारा किए जा रहे उपायों से गृह मंत्री को अवगत कराया। उन्होंने कहा कि मछुआरों को समुद्र में ना जाने की सलाह दी गई है और जो समुद्र में हैं उन्हें वापस सुरक्षित स्थान पर बुला लिया गया है। अब तक कुल 21,595 नावें, 27 जहाज और 24 बड़े जहाज खड़े किए जा चुके हैं। निकासी के उद्देश्य से संवेदनशील गांवों की सूची तैयार की गई है। श्री पटेल ने बताया कि तूफान से प्रभावित होने की आशंका वाले क्षेत्रों में 450 अस्पतालों की पहचान कर ली गयी है और जरूरी दवाइयों की आपूर्ति सुनिश्चित कर दी गयी है। पर्याप्त शेल्टर की व्यवस्था भी कर दी गयी है और बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 597 टीम तैनात की गयी है। एनडीआरएफ(NDRF) की 18 और एसडीआरएफ(SDRF) की 12 टीमें तैनात की जा चुकी हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारा उद्देश्य चक्रवाती तूफान “बिपारजॉय” से होने वाले संभावित नुकसान को कम से कम करना और इससे ‘जीरो कैजुअल्टी’ हो यह सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की अध्यक्षता में 12 जून को हुई समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण निर्देशों पर तेज़ी से काम करने की आवश्यकता है।
श्री अमित शाह ने कहा कि केन्द्र ने पर्याप्त संख्या में NDRF की टीमों को राहत और बचाव कार्य के लिए तैनात किया है। साथ ही सेना, नौसेना, वायु सेना और तट रक्षक बल की इकाइयों और assets को आवश्यकतानुसार मदद के लिए तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय और राज्य सरकार का कंट्रोल रूम 24 घण्टे स्थिति पर नजर रखे हुए है और भारत सरकार की सभी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। श्री शाह ने गुजरात सरकार को हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है।
गृह मंत्री ने कहा कि गुजरात सरकार संवेदनशील स्थानों पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि सभी आवश्यक सेवाएं सुनिश्चित करे। उन्होंने कहा कि हमारी तैयारी इस प्रकार होनी चाहिए कि किसी भी नुकसान की स्थिति में इन सेवाओं को तुरंत बहाल किया जा सके। श्री शाह ने मोबाइल और लैंडलाइन कनेक्टिविटी तथा सभी अस्पतालों में बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा। गृह मंत्री ने यह भी कहा कि तूफान से 8-10 इंच बारिश होने का अनुमान है जिससे कच्छ और सौराष्ट्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने इससे निपटने के लिए जरूरी तैयारियों की समीक्षा करने की जरूरत पर बल दिया। श्री शाह ने सोमनाथ और द्वारका मंदिर के आस-पास सभी आवश्यक तैयारी करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के निर्देशानुसार गिर के जंगल में पशुओं और वृक्षों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
श्री अमित शाह ने गुजरात के सांसदों और विधानसभा सदस्यों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में लोगों को इस चक्रवात के खतरे के बारे में जागरूक कर उनकी हरसंभव मदद करें और सभी विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करें।
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