राज्य सरकार वन्यजीव संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल (एजेंसी)। जलीय वन्यजीवों का पुनर्स्थापनमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार जीवों के संरक्षण के लिए संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि माँ नर्मदा के ‘वाहन’ माने जाने वाले मगरमच्छों को उनके प्राकृतिक आवास में वापस लाना हमारी सांस्कृतिक और पर्यावरणीय जिम्मेदारी है। उन्होंने ज़ोर दिया कि यह क्षेत्र मगरमच्छों के आवास के लिए बहुत अनुकूल है, और उनकी उपस्थिति से नदी का पारिस्थितिकी तंत्र और जल प्रवाह और भी अधिक सुदृढ़ होगा। यह महत्वपूर्ण पहल प्रदेश में चल रहे व्यापक वन्यजीव संरक्षण अभियानों की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने खंडवा जिले के नर्मदानगर (पुनासा) में धार्मिक अनुष्ठान के साथ पूजा करने के बाद वन विहार भोपाल से लाए गए 6 मगरमच्छों को माँ नर्मदा नदी के स्वच्छ जल में स्वतंत्र रूप से छोड़ा।मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में वन्यजीवों के साथ-साथ मगरमच्छ जैसे जलीय जीवों का संरक्षण और संवर्धन लगातार बढ़ेगा। उन्होंने भारतीय संस्कृति के संदर्भ में बताया कि मनुष्य और वन्यजीव परस्पर निर्भर हैं। मगरमच्छ जलीय पारिस्थितिकी तंत्र की एक महत्वपूर्ण कड़ी है, और इंदिरा सागर परियोजना के बैकवाटर क्षेत्र में नर्मदा के वाहन के संरक्षण और संवर्धन के लिए पूर्ण रूप से अनुकूल वातावरण उपलब्ध है।ओंकारेश्वर अभयारण्य की योजनामुख्यमंत्री डॉ. यादव के समक्ष वन विभाग के अधिकारियों ने प्रस्तावित ओंकारेश्वर अभयारण्य के संबंध में एक विस्तृत कार्ययोजना और जानकारी प्रस्तुत की।
उल्लेखनीय है:सामान्य वनमंडल खंडवा का कुल वनक्षेत्र $283773.23$ हेक्टेयर है।प्रस्तावित ओंकारेश्वर अभयारण्य का कुल क्षेत्रफल $61407.09$ हेक्टेयर है। इसमें खंडवा वनमंडल के पुनासा, मूंदी, चांदगढ़, बलडी परिक्षेत्र और देवास वनमंडल के सतवास, काँटाफोड़, पुंजापुरा, उदयनगर आदि परिक्षेत्र शामिल होंगे।इस अवसर पर जनजातीय कार्य मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, खंडवा की विधायक श्रीमती कंचन मुकेश तन्वे, मांधाता विधायक श्री नारायण पटेल, पंधाना विधायक श्रीमती छाया मोरे, खंडवा की महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पिंकी सुदेश वानखेड़े सहित अन्य जनप्रतिनिधि, संभागायुक्त श्री सुदाम खाड़े, आईजी श्री अनुराग, डीआईजी श्री सिद्धार्थ बहुगुणा, कलेक्टर श्री ऋषव गुप्ता, मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक श्री शुभ रंजन सेन, मध्यप्रदेश के वन बल प्रमुख श्री वी.एन. अंबाड़े, वन संरक्षक खंडवा सुश्री वासु कनौजिया, वन मंडल अधिकारी श्री राकेश डामोर और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
















