विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में यूनिसेफ इंडिया देगा तकनीकी सहयोग

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से यूनिसेफ इंडिया के एक प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की और इस दिशा में तकनीकी सहायता देने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। यूनिसेफ की फील्ड सर्विसेज प्रमुख, सुश्री सोलेदाद हेरेरो ने राज्य की पोषण पहल और महतारी वंदन योजना की विशेष रूप से प्रशंसा की। उन्होंने इस योजना को महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
सरकार की प्राथमिकताएं और ‘अंजोर विजन 2047’
मुख्यमंत्री साय ने यूनिसेफ के सहयोग का स्वागत करते हुए कहा कि यूनिसेफ की विशेषज्ञता से छत्तीसगढ़ को बहुत लाभ मिलेगा। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल के साथ ‘अंजोर विजन 2047’ नामक दस्तावेज़ पर चर्चा की, जो विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए सरकार की प्राथमिकताओं को दर्शाता है। इस दस्तावेज़ का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के आह्वान को साकार करना है।
स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष ध्यान
श्री साय ने बताया कि सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक आदिवासी समुदायों, विशेषकर पिछड़ी जनजातियों (पीवीटीजी), का उत्थान है। उन्होंने शिशु मृत्यु दर और कुपोषण जैसे स्वास्थ्य और पोषण संकेतकों को बेहतर बनाने में यूनिसेफ के सहयोग को महत्वपूर्ण बताया। यूनिसेफ ने भी अपने चल रहे कार्यक्रमों की प्रगति साझा की, जिसमें ‘हमर स्वस्थ लइका’ कार्यक्रम शामिल है, जिसके सकारात्मक परिणाम अन्य राज्यों में भी देखे जा रहे हैं।
यह मुलाकात मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी और अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में हुई।