हाथरस हादसा में मरने वालों की संख्या हुई 120, पीएम मोदी ने जताया शोक
हाथरस (एजेंसी)। उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के सिकंदराराऊ कस्बे के फुलरई गांव में मंगलवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां साकार हरि बाबा का सत्संग चल रहा था। सत्संग समाप्त होने के बाद यहां से जैसे भी भीड़ निकलना शुरू हुई तो भगदड़ मच गई। एडीजी आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ के अनुसार हादसे में अब तक 120 लोगों की मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख तथा घायलों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं तथा प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। कार्यक्रम आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर होगी। शासन बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
पीएम मोदी ने जताया शोक
लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने हाथरस हादसे का जिक्र करते हुए दुख प्रकट किया। उन्होंने पीड़ितों को हर संभव मदद का भरोसा दिया।
पीएम मोदी ने हादसे पर कहा है कि यूपी के हाथरस में जो भगदड़ हुई, उसमें अनेकों लोगों की मृत्यु की खबर आ रही है। जिन लोगों की जान गई है, मैं उन लोगों के लिए संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं सभी लोगों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। केंद्र लगातार राज्य सरकार के संपर्क में है। मैं भरोसा देता हूं कि पीड़ितों की हर तरह से मदद की जाएगी।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे पर जताया दुख
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी हादसे पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने एक्स अकाउंट पर लिखा, ‘उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा अत्यंत पीड़ादायक है। इस दुर्घटना में जिन्होंने अपनों को खोया है, उन शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन सभी पीड़ितों की हरसंभव मदद कर रही है’।
बसपा सुप्रीमो ने भी हादसे पर जताया शोक
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हादसे पर कहा- यूपी के जिला हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में काफी संख्या में लोगों की हुई मौत व अनेकों के घायल होने तथा आगरा में भी बौध/भीमकथा के दौरान एक युवक की हुई हत्या अति-दुःखद। सरकार इन घटनाओं की जाँच कर उचित कार्रवाई तथा पीड़ित परिवारों की आर्थिक मदद करे।