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कौन हैं छांगुर बाबा? जिन पर उत्तर प्रदेश में लगा है धर्मांतरण का आरोप

न्यूज डेस्क। छांगुर बाबा का असली नाम जमालुद्दीन है और वह उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र के मधेपुरा गांव का रहने वाला है। उस पर उत्तर प्रदेश में एक बड़े अवैध धर्मांतरण रैकेट को चलाने का आरोप है। जांच में सामने आया है कि वह आर्थिक रूप से कमजोर हिंदू परिवारों, खासकर महिलाओं को निशाना बनाता था। पहले उन्हें प्रेम जाल में फंसाया जाता, फिर धर्मांतरण कर निकाह करवा दिया जाता था।उसका नेटवर्क उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं था, बल्कि महाराष्ट्र, बिहार, कर्नाटक, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, नेपाल, दुबई और अन्य देशों में भी फैला हुआ था।

जांच एजेंसियों के अनुसार, इस नेटवर्क को अमेरिका और दुबई जैसे देशों से फंडिंग मिल रही थी। उस पर करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। कुछ लड़कियों की AK-47 के साथ तस्वीरें भी मिली हैं, और पुलिस ने खुलासा किया है कि यह ढ्ढस्ढ्ढ की तर्ज पर काम करता था।

छांगुर बाबा खुद भी ग्राम प्रधान रह चुका है और उसने अपनी आलीशान कोठी को कथित तौर पर साजिशों का अड्डा बना रखा था, जिसमें गुप्त तहखाने भी थे। छांगुर बाबा और उसकी मुख्य सहयोगी नीतू वोहरा उर्फ नसरीन को गिरफ्तार कर लिया गया है, और मामले में अन्य गिरफ्तारियां भी हुई हैं। कुल मिलाकर, छांगुर बाबा पर अवैध धर्मांतरण, विदेशी फंडिंग, और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर आरोप लगे हैं।

गिरफ्तारियां:

छांगुर बाबा और नीतू उर्फ नसरीन: 5 जुलाई को जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी प्रमुख सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को यूपी एटीएस ने गिरफ्तार किया था।

अन्य गिरफ्तारियां: इस मामले में लगातार गिरफ्तारियां हो रही हैं। हाल ही में, छांगुर बाबा के भतीजे सोहराब को आजमगढ़ से गिरफ्तार किया गया है, जिस पर आजमगढ़ में धर्मांतरण कराने का आरोप है। इसके अलावा, अवैध धर्मांतरण नेक्सस में शामिल शहाबुद्दीन और सबरोज जैसे कई अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। रशीद शाह नाम के एक और सदस्य को भी गिरफ्तार किया गया है, जिस पर लव जिहाद से जुड़ी गतिविधियों की जिम्मेदारी थी। अब तक कुल 10 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

संपत्तियों पर कार्रवाई:

अवैध कोठी ध्वस्त: बलरामपुर में छांगुर बाबा की 12 करोड़ रुपये की आलीशान कोठी को बुलडोजर से गिरा दिया गया है। आरोप है कि यह कोठी सरकारी जमीन पर अवैध तरीके से बनाई गई थी।

संपत्तियों की जांच: ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने मनी लॉन्ड्रिंग और हवाला नेटवर्क से जुड़े मामलों में छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की है। बलरामपुर, मुंबई और लखनऊ सहित 15 से अधिक ठिकानों पर तलाशी ली गई है।

विदेशी फंडिंग: जांच में खुलासा हुआ है कि छांगुर बाबा के नेटवर्क को अमेरिका, दुबई और नेपाल के रास्ते पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ढ्ढस्ढ्ढ से भी विदेशी फंडिंग मिल रही थी। ईडी इस अवैध फंडिंग और मनी ट्रेल की गहराई से जांच कर रही है।

मनी लॉन्ड्रिंग: छांगुर और उसके करीबियों के 22 बैंक खातों की पड़ताल में 60 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले हैं। मुंबई में खरीदे गए ‘रनवल ग्रींस’ नामक एक कॉम्प्लेक्स और पनामा स्थित ‘लोगोस मरीन’ नामक एक कंपनी से भी उसके तार जुड़े होने का शक है।

आरोप और साक्ष्य: छांगुर बाबा पर जबरन धर्मांतरण, ब्लैकमेलिंग, धोखाधड़ी, और देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। पुलिस और एटीएस पुख्ता साक्ष्य इक_ा कर रही है।

कानूनी प्रक्रिया:

छांगुर बाबा और उसके सहयोगियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 121ए (देश के खिलाफ साजिश), 417 (धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी), 153ए (विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना) और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 की धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

उन्हें कोर्ट में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है, और एटीएस ने रिमांड पर भी लेकर पूछताछ की है। कुल मिलाकर, सरकार और विभिन्न जांच एजेंसियां इस धर्मांतरण रैकेट को जड़ से खत्म करने और इसमें शामिल सभी दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए गंभीर और व्यापक कार्रवाई कर रही हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

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