बिहार में नई सरकार का गठन : विभागों का बँटवारा और संभावित शपथ ग्रहण

नई दिल्ली (एजेंसी)। बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की नई सरकार के गठन को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बीच सहमति बन गई है। यह तय हुआ है कि नीतीश कुमार रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री (CM) पद की शपथ लेंगे।
शनिवार देर रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, जेडीयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच हुई बैठक में यह फैसला लिया गया कि छह विधायकों पर एक मंत्री के फार्मूले के आधार पर मंत्रिमंडल का गठन किया जाएगा।
इस फार्मूले के तहत, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के साथ-साथ कम विधायक संख्या वाली पार्टियों जैसे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने चिराग पासवान, जीतन राम मांझी, और उपेंद्र कुशवाहा जैसे अन्य एनडीए सहयोगियों के साथ भी इस विषय पर चर्चा की है। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में नई सरकार की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया गया।
आज देंगे इस्तीफा, 20 नवंबर को शपथ संभव
नीतीश कुमार ने सोमवार सुबह मंत्रिपरिषद की अंतिम बैठक बुलाई है। इस बैठक के बाद वह राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे।
18 या 19 नवंबर को एनडीए विधायक दल की बैठक आयोजित होगी, जिसमें नीतीश कुमार को विधिवत नेता चुना जाएगा।
इसके बाद, 20 नवंबर (बृहस्पतिवार) को नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह पटना के गांधी मैदान में होने की संभावना है।
शपथ समारोह की तैयारी को देखते हुए 17 से 20 नवंबर तक गांधी मैदान में आम जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है।
किस दल को कितने मंत्री पद?
सूत्रों के अनुसार, विधायक संख्या और पुराने फार्मूले के आधार पर विभिन्न दलों के हिस्से में आने वाले संभावित मंत्री पदों की संख्या इस प्रकार है:
भाजपा पिछली सरकारों की तरह इस बार भी दो उप-मुख्यमंत्री बनाएगी। इनमें से एक उप-मुख्यमंत्री पद महिला विधायक को दिए जाने की प्रबल संभावना है।
सबसे पहले, एनडीए के पाँच प्रमुख दल—भाजपा, जदयू, लोजपा (रामविलास), हम, और आरएलएम—अपने-अपने विधायक दल के नेता का चुनाव करेंगे।
इसके बाद, एनडीए की संयुक्त बैठक में मुख्यमंत्री का औपचारिक चुनाव होगा।
विभागों के बँटवारे पर अंतिम निर्णय
सरकार के गठन के बाद, विभागों के बंटवारे पर एक और महत्वपूर्ण दौर की चर्चा होगी।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले कार्यकाल की तरह ही गृह विभाग और सामान्य प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखेंगे।
वित्त विभाग पहले की तरह ही भाजपा के पास रहने की उम्मीद है।
बाकी विभागों के बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं के बीच एक और बैठक होगी।
नीतीश के नेतृत्व पर भाजपा की स्पष्टता
भाजपा नेतृत्व बिहार में गठबंधन की स्थिरता को बनाए रखने के लिए किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहता है। पार्टी यह मानती है कि नीतीश कुमार का प्रशासनिक अनुभव ही गठबंधन को स्थिर रखने का सबसे अच्छा विकल्प है।
हालांकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा था कि अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगा, लेकिन पार्टी के भीतर यह स्पष्टता है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही आगे बढ़ना है।
चिराग पासवान ने भी नीतीश कुमार से मिलकर यह साफ कर दिया है कि वह सरकार का नेतृत्व करेंगे, जिससे जेडीयू खेमे में उत्साह है। छोटे सहयोगियों के लिए भी नीतीश कुमार एक साझा स्वीकार्य चेहरा हैं, क्योंकि उनके नेतृत्व में गठबंधन में टकराव की गुंजाइश कम होती है।
महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्व
नई सरकार में सात महिलाओं को मंत्री बनाया जा सकता है। चुनाव में महिलाओं ने एनडीए को भारी संख्या में वोट दिया है, जिसके परिणामस्वरूप मंत्रिमंडल में उनकी भागीदारी बढ़ाई जा रही है।
















