कर्नाटक : डी.के. शिवकुमार ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की खबरों का किया खंडन

बेंगलुरु (एजेंसी)। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार में पिछले कुछ महीनों से नेतृत्व में संभावित बदलाव की खबरें लगातार चर्चा में रही हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की राहुल गांधी से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल और उप मुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के पार्टी के राज्य इकाई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की अटकलें तेज हो गई थीं। इन अटकलों पर विराम लगाते हुए, डी.के. शिवकुमार ने रविवार को स्पष्ट किया कि वह कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। उन्होंने खुद को पार्टी का एक अनुशासित सिपाही बताया।
मंत्रिमंडल फेरबदल पर शिवकुमार का रुख
मंत्रिमंडल में बदलाव की संभावनाओं पर ज़ोर देते हुए, डी.के. शिवकुमार ने कहा कि यह निर्णय पूरी तरह से मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का विशेषाधिकार है और इसे पार्टी आलाकमान से विचार-विमर्श करने के बाद ही लिया जाएगा।
उन्होंने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और वह स्वयं, राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को कर्नाटक में 100 नए कांग्रेस कार्यालयों के शिलान्यास समारोह के लिए निमंत्रण देने दिल्ली आए थे।
‘मैं इस्तीफा क्यों दूँगा?’
दिल्ली में मीडिया से बात करते हुए, उप मुख्यमंत्री शिवकुमार ने इस्तीफे की खबरों को मीडिया की उपज बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘शिलान्यास समारोह और कई अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम होने वाले हैं। इन सभी की देखरेख कौन करेगा? मुझे ही यह सब संभालना है। मैं (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से) इस्तीफा देने की बात क्यों कहूंगा? अभी ऐसी कोई स्थिति नहीं है।’’
शिवकुमार ने दृढ़ता से कहा, ‘‘मैं पार्टी की सेवा के लिए समर्पित हूँ, मैं एक अनुशासित सिपाही हूँ। मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलती है, मैं उसे पूरा करता हूँ। मैं इस्तीफे की धमकी देकर पार्टी को ब्लैकमेल नहीं करता हूँ। मैं कांग्रेस को ब्लैकमेल करने वाला व्यक्ति नहीं हूँ। मैंने इस पार्टी को खड़ा करने और इसके लिए दिन-रात अथक परिश्रम किया है। मैं आगे भी ऐसा करता रहूँगा।’’
उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस पार्टी 2028 में फिर से कर्नाटक में सत्ता में वापसी करेगी।
















