आर्थिक संकट में पाकिस्तान ने बढ़ाया रक्षा बजट : सीमा और CPEC सुरक्षा पर ज़ोर

इस्लामाबाद (एजेंसी)। पाकिस्तान की खराब आर्थिक स्थिति किसी से छिपी नहीं है, जहाँ देश भारी कर्ज में डूबा हुआ है। इसके बावजूद, पाकिस्तान सरकार ने अपने रक्षा बजट में वृद्धि को मंज़ूरी दे दी है।
हाल ही में, पाकिस्तान सरकार ने सीमा सुरक्षा को मज़बूत करने और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 50 अरब पाकिस्तानी रुपये (PKR) के रक्षा अनुपूरक बजट को हरी झंडी दिखाई है। इससे पहले, जून 2025 में, सरकार ने 2025-26 वित्तीय वर्ष के लिए 2,550 अरब PKR का मूल रक्षा बजट आवंटित किया था।
ईसीसी बैठक में लिया गया फ़ैसला
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी है कि यह महत्वपूर्ण निर्णय आर्थिक समन्वय समिति (ECC) की बैठक में लिया गया। वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब की अध्यक्षता में हुई इस ECC बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा, रक्षा, खाद्य सुरक्षा, और पेट्रोलियम क्षेत्र में सुधार से जुड़े कई प्रस्तावों पर विचार किया गया।
सेना और नौसेना को आवंटन
रिपोर्ट के मुताबिक, आवंटित की गई कुल राशि 50 अरब PKR में से, थलसेना को सबसे अधिक 39 अरब PKR और नौसेना को लगभग 11 अरब PKR दिए गए हैं।
वित्त मंत्रालय ने बताया, “ECC ने रक्षा प्रभाग की ओर से दिए गए पूरक मांग को स्वीकार कर लिया है, जिसमें विभिन्न रक्षा सेवा परियोजनाओं के लिए 50 अरब PKR का अतिरिक्त अनुदान मांगा गया था।”
सीमा पर बाड़बंदी और नौसेना ठिकानों का उन्नयन
ECC ने विशेष सुरक्षा प्रभाग दक्षिण के लिए 19 अरब PKR की स्वीकृति दी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19% अधिक है।
मंज़ूर किए गए इस अनुपूरक रक्षा बजट में से दो अरब PKR की राशि अफगानिस्तान और ईरान से सटी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर बाड़ लगाने के लिए निर्धारित की गई है।
इसके अलावा, ECC ने नौसेना के दो महत्वपूर्ण ठिकानों के उन्नयन (अपग्रेडेशन) के लिए भी 11 अरब PKR की राशि को मंज़ूरी दी है।
















