प्रधानमंत्री मोदी के “मन की बात” कार्यक्रम का प्रसारण

भोपाल (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी के माध्यम से अपने “मन की बात” कार्यक्रम में देश की जनता को संबोधित किया। इस प्रसारण को राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में एक सामूहिक विवाह सम्मेलन के आयोजन स्थल पर टेलीविजन पर देखा और सुना।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कई महत्वपूर्ण विषयों पर बात की। उन्होंने विशेष रूप से निम्नलिखित उपलब्धियों और आयोजनों का उल्लेख किया:
संविधान दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम।
वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में देशभर में होने वाले कार्यक्रम।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर पर धर्मध्वजा का आरोहण।
हैदराबाद में दुनिया की सबसे बड़ी लीप इंजन एमआरओ फेसिलिटी का उद्घाटन।
भारतीय नौसेना की उपलब्धियाँ और आईएनएस ‘माहे’ को नौसेना में शामिल करना।
कृषि क्षेत्र में देश की बड़ी सफलताएँ।
कॉमनवेल्थ खेलों की मेजबानी।
इसरो द्वारा आयोजित अनोखी ड्रोन प्रतियोगिता।
चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सफलता।
रामबन सुलाई हनी को जीआई टैग मिलना और भारत के शहद उत्पादन में नया रिकॉर्ड।
नेचुरल फार्मिंग (प्राकृतिक खेती), विशेषकर दक्षिण भारत में इसके बढ़ते रुझान।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महाभारत अनुभव केंद्र।
यूरोप के लातविया में आयोजित यादगार गीता महोत्सव।
गुजरात के जाम साहब महाराजा दिग्विजय सिंह के महान मानवीय कार्य।
काशी तमिल संगम का आयोजन।
नौसेना से जुड़े टूरिज्म और सर्दियों के पर्यटन (विंटर टूरिज्म) और विंटर गेम्स को बढ़ावा देना।
“वेंड इन इंडिया” अभियान और “वोकल फॉर लोकल” को प्रोत्साहित करना।
भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों को लेकर विश्वभर में गहरा जुड़ाव।
खेल जगत में महिला खिलाड़ियों की शानदार जीत – आईसीसी महिला विश्व कप, कबड्डी वर्ल्ड कप, ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप, और टोक्यो में डीफ-ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन, तथा वर्ल्ड बॉक्सिंग कप फाइनल्स में भारतीय खिलाड़ियों का प्रदर्शन।
एंड्योरेंस स्पोर्ट्स की नई संस्कृति और ‘फिट इंडिया संडेस ऑन साइकिल’ पहल।
इस अवसर पर केंद्रीय संचार और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केंद्रीय राज्य मंत्री (जनजातीय मामले) श्री दुर्गादास उईके, प्रदेश के जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद् के उपाध्यक्ष श्री मोहन नागर, और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
















