मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ सीमा पर सक्रिय 11 नक्सलियों ने त्यागा हिंसा का मार्ग

रायपुर। छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश की सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय रहे 11 नक्सलियों ने अब हिंसा का रास्ता छोड़ दिया है। इन सभी ने मध्य प्रदेश पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए हैं और आज मुख्यमंत्री के सामने औपचारिक रूप से आत्मसमर्पण करेंगे।
आत्मसमर्पण करने वालों में शामिल प्रमुख नक्सली
आत्मसमर्पण करने वाले माओवादियों में एमएमसी (MMC) ज़ोन की केबी (KB) डिवीजन का एक हार्डकोर नक्सली, कबीर, भी शामिल है। यह नक्सली मूल रूप से बस्तर के सुकमा जिले का रहने वाला है।
कान्हा-भोरमदेव डिवीजन को लगा बड़ा झटका
जानकारी के अनुसार, 6 दिसंबर की रात कान्हा-भोरमदेव डिवीजन कमेटी (KB Division) के नक्सली कबीर सहित कुल 11 माओवादी आईजी के पास पहुंचे और समर्पण कर दिया। सूत्रों के मुताबिक, इन नक्सलियों को किसी वनकर्मी (फॉरेस्ट गार्ड) की मदद से जंगल से बाहर निकाला गया। इनके आत्मसमर्पण के बाद, माना जा रहा है कि एमएमसी ज़ोन का केबी डिवीजन लगभग समाप्त हो जाएगा।
अंतर्राज्यीय सीमा पर सक्रिय था कबीर
कबीर, जो सुकमा जिले का निवासी है, पिछले कई वर्षों से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय था। वह इन तीनों राज्यों में मोस्ट वांटेड की सूची में शामिल है और इस क्षेत्र की अधिकांश बड़ी नक्सली घटनाओं में उसकी संलिप्तता रही है।
कबीर के साथ आत्मसमर्पण करने वाले अन्य नक्सलियों में राकेश, समर उर्फ राजू आत्राम, लालसू, शिल्पा, जयशीला, जरीना, सोनी, जानकी और विक्रम के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
















