भारत-जॉर्डन आतंकवाद के विरुद्ध एकजुट : साझा और स्पष्ट दृष्टिकोण

नई दिल्ली (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जॉर्डन यात्रा के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि आतंकवाद के मुद्दे पर भारत और जॉर्डन एक जैसी और स्पष्ट सोच रखते हैं। जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय के साथ मुलाकात के बाद, पीएम मोदी ने पुष्टि की कि दोनों राष्ट्र आतंकवाद, कट्टरपंथ और उग्रवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े हैं। 75 वर्षों के राजनयिक संबंधों के बीच यह मुलाकात भारत-जॉर्डन संबंधों को एक नई दिशा देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
उच्च-स्तरीय वार्ता और द्विपक्षीय सहयोग
प्रधानमंत्री मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा पर जॉर्डन पहुंचे, जहां हुसैनिया पैलेस में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। नेताओं ने पहले आमने-सामने बातचीत की, जिसके बाद प्रतिनिधिमंडल स्तर की व्यापक वार्ता हुई। इन वार्ताओं में द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया गया। दोनों नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ अपने साझा रुख को दोहराया और इस चुनौती से निपटने के लिए सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।
आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई और गाजा मुद्दा
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि जॉर्डन ने आतंकवाद, उग्रवाद और कट्टरपंथ के विरुद्ध विश्व को एक मजबूत संदेश दिया है। उन्होंने क्षेत्र में शांति और स्थिरता की उम्मीद जताई। राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का समर्थन किया और हर तरह के आतंक की निंदा की। पीएम मोदी ने विशेष रूप से गाजा मुद्दे पर जॉर्डन की सक्रिय और सकारात्मक भूमिका की सराहना की।
व्यापार, निवेश और रणनीतिक साझेदारी
दोनों देशों ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद-विरोध, उर्वरक और कृषि, नवीकरणीय ऊर्जा और पर्यटन जैसे प्रमुख क्षेत्रों में अपनी साझेदारी को और गहरा करने का निर्णय लिया। पीएम मोदी ने भरोसा दिलाया कि आने वाले समय में भारत और जॉर्डन डिजिटल तकनीक, बुनियादी ढांचे और लोगों के आपसी संपर्क को मजबूत करेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि यह बैठक दोनों देशों के रिश्तों में नई ऊर्जा का संचार करेगी।
व्यापार लक्ष्य और समझौते
भारत और जॉर्डन के बीच विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें संस्कृति, नवीकरणीय ऊर्जा, जल प्रबंधन, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर और ऐतिहासिक स्थलों (पेट्रा और एलोरा) का ट्विनिंग समझौता शामिल है। पीएम मोदी ने बताया कि जॉर्डन भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। दोनों देशों के बीच वर्तमान व्यापार $2.8 अरब का है, जिसे अगले पांच वर्षों में $5 अरब तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रधानमंत्री ने जॉर्डन की डिजिटल भुगतान प्रणाली को भारत की सफल यूपीआई (UPI) से जोड़ने का सुझाव भी दिया।
75 वर्षों की दोस्ती: आगे की राह
राजा अब्दुल्ला द्वितीय ने पीएम मोदी की यात्रा को दोनों देशों के बीच दशकों पुरानी दोस्ती और गहरे आपसी सम्मान का प्रतीक बताया। उन्होंने आर्थिक सहयोग के नए रास्ते खोलने की आवश्यकता पर बल दिया। पीएम मोदी ने राजा अब्दुल्ला द्वितीय को भारत आने का निमंत्रण दिया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया। 37 साल बाद हुई यह पूर्ण द्विपक्षीय यात्रा दोनों देशों के रिश्तों में एक नया अध्याय मानी जा रही है।
















