मध्यप्रदेश

वादे से विकास तक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की दो वर्षीय उपलब्धियां

भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार केवल घोषणाओं में विश्वास नहीं रखती, बल्कि जनहित के संकल्पों को धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पिछले दो वर्षों में प्रदेश की प्रगति और नागरिकों की खुशहाली के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों का विस्तृत विवरण साझा किया।

सरकार की प्रमुख उपलब्धियां और आगामी योजनाएं इस प्रकार हैं:

औद्योगिक क्रांति और निवेश

ग्वालियर में निवेश का महाकुंभ: पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती (25 दिसंबर) के अवसर पर ‘उद्योग वर्ष’ का समापन होगा। इस दौरान 2 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाली विभिन्न औद्योगिक इकाइयों का भूमि पूजन किया जाएगा।

स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा: रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव के माध्यम से प्रदेश में निवेश का माहौल बना है। साथ ही, खिलौना निर्माण और रेडीमेड गारमेंट क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था की गई है।

पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण

संयुक्त चीता कॉरिडोर: मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश मिलकर एक ‘संयुक्त चीता कॉरिडोर’ विकसित करेंगे। गांधी सागर और नौरादेही अभयारण्यों में भी चीतों को बसाने की योजना है।

नया टाइगर रिजर्व: शिवपुरी में प्रदेश के 9वें टाइगर रिजर्व की स्थापना के साथ वन्यजीव संरक्षण को नई मजबूती मिली है।

रेस्क्यू सेंटर: प्रदेश के प्रत्येक संभाग में वन्य प्राणी संग्रहालय और रेस्क्यू सेंटर खोलने की पहल की गई है।

कृषि और तकनीक

स्मार्ट खेती: आने वाले समय में सैटेलाइट तकनीक का उपयोग कर किसानों के खेतों और खसरा-खतौनी का डेटा जुटाया जाएगा। सरकार का संकल्प है कि किसानों को घर बैठे खाद उपलब्ध कराई जाए।

स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार

बंपर नियुक्तियां: स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सा अधिकारियों सहित विभिन्न श्रेणियों के लगभग 42 हजार पदों पर नियुक्तियों को मंजूरी दी गई है।

मेडिकल कॉलेजों की झड़ी: 1956 में राज्य में केवल 5 मेडिकल कॉलेज थे। पिछले डेढ़ साल में 6 नए कॉलेज शुरू हुए हैं। पीपीपी मोड पर 14 और कॉलेजों के लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है। दिसंबर 2025 तक 4 और कॉलेजों का भूमि पूजन होगा, जिससे कुल संख्या 52 हो जाएगी। लक्ष्य हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज का है।

बुनियादी ढांचा और पर्यटन

मेट्रो रेल: इंदौर में मेट्रो का संचालन शुरू हो चुका है और भोपाल में भी जल्द ही मेट्रो दौड़ने लगेगी।

पर्यटन विकास: भोपाल की ‘बड़ी झील’ में शिकारा शुरू होने से पर्यटकों को अब मध्यप्रदेश में ही कश्मीर जैसा अनुभव मिल रहा है।

पीएम मित्र पार्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धार जिले में पीएम मित्र पार्क की आधारशिला रखी गई, जो टेक्सटाइल क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।

सामाजिक और सांस्कृतिक पहल

जनजातीय गौरव: ‘भगोरिया’ को राष्ट्रीय पर्व की मान्यता दी गई है। जनजातीय नायकों के सम्मान में जबलपुर, पचमढ़ी और सिंग्रामपुर जैसे स्थानों पर कैबिनेट बैठकें आयोजित की गईं।

सिकल सेल एनीमिया: इस आनुवंशिक बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए राज्य में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।

धार्मिक और सामाजिक सुधार: उज्जैन की महाकाल सवारी में जनजातीय समाज की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। साथ ही, ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण और गौ-संरक्षण के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं।

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