आजम खान भड़काऊ भाषण मामला : आज फिरोजाबाद कोर्ट में सुनवाई, मुश्किल में पड़ सकते हैं सपा नेता

फिरोजाबाद (एजेंसी)। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। वर्ष 2007 में फिरोजाबाद में दिए गए एक कथित आपत्तिजनक और सांप्रदायिक भाषण के मामले में आज, शनिवार को एमपी-एमएलए कोर्ट (MP-MLA Court) में महत्वपूर्ण सुनवाई होनी है।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला करीब 18 साल पुराना है। 2 अप्रैल 2007 को विधानसभा चुनाव के दौरान आजम खान ने फिरोजाबाद के रसूलपुर थाना क्षेत्र स्थित मोहल्ला हुसैनी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया था। आरोप है कि इस सभा के लिए न तो प्रशासन से अनुमति ली गई थी और न ही भाषण की मर्यादा का पालन किया गया था।
तत्कालीन एसडीएम सदर और निर्वाचन अधिकारी रविशंकर गुप्ता ने 4 अप्रैल 2007 को आजम खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उन पर समुदायों के बीच वैमनस्य फैलाने और उत्तेजक भाषा का इस्तेमाल करने के आरोप लगाए गए थे।
आज की सुनवाई के मुख्य बिंदु
सिविल जज सीनियर डिवीजन (विशेष मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए कोर्ट) डॉ. निधि यादव की अदालत में इस मामले की कार्यवाही चल रही है। आज की सुनवाई में निम्नलिखित बातें अहम रहेंगी:
जमानतियों के पीछे हटने की चर्चा: बताया जा रहा है कि आजम खान की जमानत लेने वाले दो व्यक्तियों ने कोर्ट में अपनी जमानत वापस लेने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। यदि कोर्ट इसे स्वीकार करता है, तो आजम खान की विधिक मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग: सुरक्षा और अन्य कारणों से आजम खान जेल से ही वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अदालत की कार्यवाही में शामिल होंगे।
साक्ष्यों का संकलन: वर्तमान में मामला साक्ष्य (एविडेंस) की प्रक्रिया पर है। रसूलपुर पुलिस उस समय की सभा की सीडी और अन्य तकनीकी सबूतों को खंगाल रही है।
पुलिस की चुनौतियां
इस केस में एक बड़ी चुनौती यह है कि मामले के तत्कालीन जांच अधिकारी (IO) का निधन हो चुका है। इसके बावजूद, पुलिस प्रशासन पुराने रिकॉर्ड्स और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर केस को मजबूत करने में जुटा है। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार के अनुसार, पुलिस सक्रियता से सभी आवश्यक दस्तावेज और सबूत अदालत के समक्ष प्रस्तुत करने की तैयारी कर रही है।
















