पुतिन व्यक्तिगत तौर पर जी-20 शिखर सम्मेलन में नहीं लेंगे हिस्सा

दिल्ली (एजेंसी)। भारत में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले पीएम मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के बीच टेलीफोन पर बातचीत हुई है। दोनों नेताओं के बीच यह बातचीत उस रिपोर्ट के बाद हो रही है, जिसमें कहा गया था कि पुतिन व्यक्तिगत तौर पर जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। क्रेमलिन ने शुक्रवार को कहा था कि रूसी राष्ट्रपति का कार्यक्रम व्यस्त हैं और उनका प्रमुख ध्यान ‘विशेष सैन्य अभियान’ (यूक्रेन युद्ध) है। जी-20 शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर को नई दिल्ली में होगा।
यह शिखर सम्मेलन भारत में वैश्विक नेताओं की सबसे बड़ी सभा में से एक होने की उम्मीद है। भारत ने 1 दिसंबर 2022 को इंडोनेशिया में जी-20 की अध्यक्षता ग्रहण की थी। क्रेमलिन के प्रवक्ता से जब पुतिन के जी-20 में शामिल होने को लेकर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनका ऐसा कोई प्लान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें पुतिन की भागीदारी का प्रारूप बाद में तय किया जाएगा। रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला किया था। रूस इसे स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन बताता रहा है।
क्या हुई बातचीत
narendramodi.in पर लिखी जानकारी में दोनों नेताओं के बीच बातचीत की पुष्टि हुई है। इसमें कहा गया कि दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के कई मुद्दों पर प्रगति की समीक्षा की और जोहान्सबर्ग में हाल ही में संपन्न हुए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन समेत क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर बातचीत की। इस दौरान पुतिन ने पीएम मोदी को जी20 में शामिल न हो पाने को लेकर अपनी असमर्थता जताई। इसके साथ उन्होंने कहा कि रूस का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव करेंगे।
भारत ने किया धन्यवाद
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि फैसले पर सहमति जताते हुए पीएम मोदी ने भारत की अध्यक्षता में सभी पहलों के लिए रूस के लगातार समर्थन पर राष्ट्रपति पुतिन को धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं ने आगे बातचीत पर सहमति जताई। इस बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत के जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने की पुष्टि की है। यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत में उन्होंने यह जानकारी दी। हालांकि उन्होंने यूक्रेन को न बुलाए जाने पर निराशा जताई। इससे जुड़ी पूरी खबर आप यहां क्लिक करके पढ़ सकते हैं।