मध्यप्रदेश

स्वदेशी महत्व को बढ़ावा देने वाला कार्यक्रम है चंदेरी इको रिट्रीट : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने चंदेरी इको रिट्रीट के शुभारंभ पर बधाई संदेश दिया और इस कार्यक्रम को स्वदेशी उत्पादों और कारीगरों के महत्व को बढ़ाने वाला बताया।

चंदेरी में इको रिट्रीट का आगाज़

मध्य प्रदेश के चंदेरी में इको रिट्रीट कार्यक्रम का शानदार शुभारंभ हुआ, जो शिल्प, कला और रोमांच का एक अद्भुत संगम बन गया है।

अध्यक्षता: इस कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय संचार और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने की।

फैशन और संगीत समारोह: प्रमुख फैशन ब्रांड्स के साथ मिलकर चंदेरी की पारंपरिक बुनाई और अनूठी विरासत को समर्पित एक भव्य फैशन एवं संगीत समारोह भी आयोजित किया गया।

टेंट सिटी: पर्यटकों के लिए लग्जरी सुविधाओं से लैस टेंट सिटी तीन माह से अधिक समय तक संचालित होगी।

आयोजक: इस आयोजन को मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा सनसेट डेजर्ट कैम्प के सहयोग से किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव का दृष्टिकोण

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन से भेजे अपने विशेष संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वदेशी उत्पादों और कारीगरों को भरपूर प्रोत्साहन दिया है, और मध्य प्रदेश सरकार इस दिशा में सक्रिय रूप से काम करेगी।

जीआई टैग: उन्होंने बताया कि चंदेरी को उसकी ऐतिहासिक, प्राकृतिक सुंदरता और खास तौर पर चंदेरी साड़ियों की उत्कृष्ट गुणवत्ता के कारण जीआई टैग प्राप्त है, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

बुनकरों को लाभ: मुख्यमंत्री ने कहा कि तीन माह तक चलने वाली यह टेंट सिटी और इको रिट्रीट स्थानीय बुनकरों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगी, क्योंकि यह उनकी जग प्रसिद्ध साड़ियों की ब्रांडिंग का एक सशक्त माध्यम है।

फिल्म डेस्टिनेशन: उन्होंने यह भी बताया कि चंदेरी अब सिने जगत के लिए भी एक महत्वपूर्ण डेस्टिनेशन बन रहा है, जहाँ अनेक फिल्मों और वेबसीरीज का फिल्मांकन हो रहा है।

प्रोत्साहन के उपाय: बॉयर सेलर मीट, हैण्डलूम प्रदर्शन, व्यंजन मेले, और लाइट एंड साउंड-शो के माध्यम से चंदेरी के महत्व को देश और दुनिया के सामने स्थापित किया जाएगा, जिससे स्व-सहायता समूहों की आर्थिक प्रगति को भी बल मिलेगा।

केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया का वक्तव्य

केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने चंदेरी इको रिट्रीट–2025 के तृतीय संस्करण की अध्यक्षता करते हुए कहा कि चंदेरी केवल एक भौगोलिक स्थान नहीं है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक आत्मा का एक अध्याय है।

सांस्कृतिक आत्मा: उन्होंने चंदेरी को गौरवशाली इतिहास, अद्भुत स्थापत्य, और शताब्दियों पुरानी बुनाई परंपरा का संगम बताया।

लोकल टू ग्लोबल: उन्होंने कहा कि चंदेरी ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की ‘लोकल फॉर वोकल’ और ‘लोकल टू ग्लोबल’ की संकल्पना को साकार किया है।

विरासत और कला: श्री सिंधिया ने चंदेरी के किले, बावड़ियों और महलों को बुंदेलखंड की सांस्कृतिक वीरता का जीवित साक्ष्य बताया और चंदेरी की साड़ी को भारत की सबसे विशिष्ट कलाओं में से एक माना, जिसकी पारदर्शी बुनावट और महीन ज़री-कढ़ाई आज भी दुनिया को आकर्षित करती है।

भविष्य की पहचान: उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाले समय में चंदेरी अपने इतिहास, हैंडलूम और सांस्कृतिक विरासत के माध्यम से विश्व मानचित्र पर और सशक्त पहचान बनाएगा।

कार्यक्रम की मुख्य झलकियाँ

चंदेरी इको रिट्रीट में पर्यटकों के लिए कई आकर्षण और गतिविधियाँ उपलब्ध हैं:

फैशन शो – “Threads of Time: The Chanderi Saga”: इस समारोह में FabIndia, Taneria, Itokri, Noize Jeans, और Zee’s by Tajwar जैसे प्रमुख फैशन ब्रांड्स ने चंदेरी वस्त्र की कलात्मक यात्रा को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया।

रोमांचक गतिविधियाँ: पर्यटक एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसी रोमांचक गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।

पारंपरिक व्यंजन: बघेलखंड और बुंदेलखंड के पारंपरिक व्यंजनों का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा।

सुविधाएं: परिवार और बच्चों के लिए किड्स ज़ोन तथा इनडोर-आउटडोर गेम्स की भी व्यवस्था है।

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