छत्तीसगढ़

पुलिस ने 150 करोड़ से अधिक की ठगी में लिप्त दो हाई.प्रोफाइल ठगों को किया गिरफ्तार

जशपुर। जशपुर जिले की पुलिस ने 150 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी में लिप्त दो हाई-प्रोफाइल ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन के नाम पर देशभर के व्यावसायिक संस्थानों को ठगते हुए महंगी कोठियां और लग्जरी गाड़ियां खरीदीं। पुलिस ने दिल्ली से दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनकी संपत्तियों की जांच कर आगे की कानूनी कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

पीड़ित व्यवसायी की रिपोर्ट से खुला बड़ा जालसाजी रैकेट

पूरे मामले की शुरुआत 20 अप्रैल को पत्थलगांव निवासी अमित कुमार अग्रवाल की शिकायत से हुई, जिन्होंने आरोप लगाया कि 5.70 करोड़ रुपए की ठगी उनके साथ की गई। इसके बाद राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन नई दिल्ली की डायरेक्टर अनीता उपाध्याय और उनके साथी रत्नाकर उपाध्याय, सौरभ सिंह और प्रांशु अग्रवाल के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

जशपुर पुलिस ने दिल्ली में लगाया कैंप, चाणक्यपुरी के होटल ताज में बिछाया जाल

जांच के दौरान आरोपी बेहद शातिर निकले। वे वाई-फाई के जरिए व्हाट्सएप कॉल का इस्तेमाल करते और अपने मोबाइल बंद रखते थे। पुलिस ने खुद को मंत्रालय का अधिकारी बताकर अनीता उपाध्याय को होटल ताज, चाणक्यपुरी दिल्ली में मीटिंग के लिए बुलाया और मौके पर उसे गिरफ्तार किया। वहीं, आरोपी रत्नाकर उपाध्याय को दिल्ली के सागरपुर इलाके से नाटकीय ढंग से पकड़ा गया। गिरफ्तारी के दौरान उसने अपहरण का नाटक कर हंगामा भी किया।

ठगी का तरीका: CSR फंड, आकर्षक टर्नओवर और फर्जी वादे

आरोपियों ने राष्ट्रीय ग्रामीण साक्षरता मिशन को एक NGO के रूप में पंजीकृत कर रखा था। वे व्यावसायिक संस्थानों को CSR फंड के तहत शिक्षा सामग्री सप्लाई का झांसा देते, और 25 लाख सिक्योरिटी, 50 हजार प्रोसेसिंग फीस और 10–15 लाख घूस के रूप में नकद वसूलते। आरोपियों ने बुकलेट में खुद का 600 करोड़ का टर्नओवर दर्शाकर विश्वास जमाया।

17.10 करोड़ की ठगी का प्रमाणित मामला, 150 करोड़ की कुल धोखाधड़ी
    5.70 करोड़ रुपए की ठगी अमित अग्रवाल (पत्थलगांव) से
    5.70 करोड़ रुपए टी बर्ड इंटरप्राइजेज (बिलासपुर) से
    5.70 करोड़ रुपए पूर्णिमा ट्रेडिंग (रायगढ़) से
    कुल: 17.10 करोड़ रुपए की ठगी के दस्तावेजी सबूत
    पुलिस की जांच में अब तक 150 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी की पुष्टि हुई है।
    12 से अधिक केस विभिन्न राज्यों में दर्ज

ठगी के पैसे से खरीदी लग्जरी संपत्ति

पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी रत्नाकर उपाध्याय के पास लखनऊ में 24 फ्लैट, दिल्ली में 2 फ्लैट, लगभग 40 करोड़ रुपए की संपत्ति, 2.5 करोड़ की रेंज रोवर SUV है।

अभी भी दो आरोपी फरार, पुलिस की टीमें सक्रिय

इस गिरोह के दो और आरोपी अभी फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस तकनीकी निगरानी और दबिश जारी रखे हुए है। जशपुर एसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि, “यह देशभर में फैला अंतरराज्यीय ठगी गिरोह है। जल्द ही इसकी संपत्ति जब्त कर प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग से भी समन्वय किया जाएगा।”

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