छत्तीसगढ़

बीरनपुर हत्याकांड व पीएससी घोटाले की सीबीआई जांच से क्यों घबरा रही कांग्रेस : भाजपा

रायपुर। कांग्रेस के संचार प्रमुख द्वारा बीरनपुर में भुवनेश्वर साहू के हत्या की सीबीआई जांच पर दी प्रतिक्रिया पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि बीरनपुर में साहू समाज के बेटे भुवनेश्वर साहू की निर्मम हत्या की सीबीआई जांच पर कांग्रेस स्वागत करने के बजाए इसकी निंदा करने और तर्क कुर्तक करने पर उतर आई है, जो यह दर्शाता है कि कांग्रेस साहू समाज और पिछड़े-दलितों और आदिवासियों से किस कदर घृणा करती है।

आज कांग्रेस बीरनपुर हत्याकांड और पीएससी घोटाले की सीबीआई जांच से घबराई और बौखलाई हुई है,क्योंकि पता है कि सीबीआई जांच होने से कांग्रेस का असली चेहरा जनता के सामने आ जाएगा। क्योंकि बीरनपुर कांड में कांग्रेस सरकार के दौरान जिस तरीके मामले को रफादफा करने की कोशिश की गई,उससे यह सबको पता है कि बीरनपुर कांड में कांग्रेस का तुष्टीकरण का स्वरूप स्पष्ट दिखता है,इसलिए बीरनपुर कांड के दोषियों को कांग्रेस की सरकार बचाने में लगी हुई थी।

केदार गुप्ता ने कहा कि बीरनपुर में कांड में कांग्रेस की तुष्टीकरण की शह थी, जिससे साहू समाज के बेटे की हत्या कर दी गई। और दूसरी ओर पीएससी भर्ती घोटाले को अंजाम देकर कांग्रेस के नेताओं ने युवाओं के हक पर डाका डाला और आज कांग्रेस सत्ता खो चुकी है। भूपेश के कर्म के चलते ही कांग्रेस का सर्वनाश हो चुका है। इसलिए इनके नेता अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। ये यही कांग्रेसी है जो साहू समाज के गरीब का बेटे पीएम मोदी जी से इतनी नफरत है कि उनका सिर फोड़ने की बात करते हैं।

उन्होंने कहा भूपेश और कांग्रेसियों ने अपने सगे-संबंधियों को डिप्टी कलेक्टर बनाने के साथ ही बाकी बचे पदों के लिए कांग्रेस ने पूरी मंडी सजाई थी, एक-एक पोस्ट को 50 लाख से 1 करोड़ रुपए में बेच डाले। इसका भी जवाब कांग्रेस को देना चाहिए, इसके कौन जिम्मेदार था। लेकिन कांग्रेस की असलियत अब सीबीआई जांच के शुरू होने से जनता के सामने आ जाएगा कि बीरनपुर कांड और पीएससी घोटाले में किसकी भूमिका थी। सारे दोषियों को जेल की हवा खाना ही होगा। भाजपा ने बीरनपुर हत्याकांड और पीएससी भर्ती घोटाले के लिए सदन से सड़क तक संर्घष किया था। साथ ही भुवनेश्वर साहू के पिता को भाजपा ने विधायक बनाया ताकि वे साहू समाज ही नहीं अन्य वर्गों के न्याय के लिए भी न्याय की लड़ाई लड़ते रहें। लेकिन कांग्रेस ने साहू समाज के प्रति हमेशा सतौला व्यवहार किया है।

श्रीकेदार गुप्ता ने कांग्रेस पर सवाल दागते हुए पूछा कि भूपेश बघेल के जेब से पांच साल सत्ता में रहते हुए झीरमकांड का सबूत क्यों नहीं निकला। अगर भूपेश बघेल अपने जेब से सबूत निकाल दें तो सीबीआई भी हो जाएगी? इसके पहले भूपेश बघेल बताएं झीरमकांड का वह कौन सा सबूत है, जिसे निकालने वे पांच साल तक डरते रहे। झीरमकांड को अंजाम दिलवाने वाले उनके खास माओवादी रूपी कांग्रेसी तो कहीं जिम्मेदार तो नहीं थे?

जब झीरमकांड में उनके नेता मारे गए थे, तो उस कांग्रेस विधायक कवासी लखमा कैसे घटना होने से पहले ही मोटर साइकिल से भाग गए थे। इस सवाल को चरणदास महंत ने भी अस्पताल में कवासी लखमा से पूछा था कि तू जानता तो वहां से क्यों लेकर गया था, ऐसा विडियो आज भी ओटीटी प्लेटफार्म में ट्रेंड कर रहा है। भाजपा ने कहा भूपेश को पता ही कि अगर जेब से झीरमकांड का सबूत उनके जेब से निकला तो कहीं उनके ही नेता चपेट में आ जाएंगे। इसका असली सच क्या है जनता जानना चाहती है।

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