इंडिगो पर 9000 करोड़ के जुर्माने की मांग : रायपुर से 4 दिनों में 64 उड़ानें रद्द होने पर छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने भेजा कानूनी नोटिस

रायपुर। इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों के अचानक रद्द होने और उनमें देरी होने से यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच, छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने कड़ा रुख अपनाते हुए एयरलाइन को एक कानूनी नोटिस (लीगल नोटिस) थमाया है।
इस नोटिस के माध्यम से, छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने इंडिगो कंपनी से 9000 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना वसूलने की मांग की है। सोसाइटी ने यह कदम रायपुर से केवल चार दिनों में 64 उड़ानों के रद्द होने के बाद उठाया है।
इंडिगो से 9000 करोड़ जुर्माने की क्यों मांग?
देश भर में इंडिगो की उड़ानों के बार-बार रद्द होने के विरोध में छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी ने यह सख्त कार्रवाई की है। सोसाइटी ने एयरलाइन प्रबंधन को भेजे गए नोटिस में मांग की है कि प्रभावित यात्रियों को उनके टिकट मूल्य का 10 गुना मुआवजा दिया जाए।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्री को भी एक शिकायत भेजी गई है, जिसमें इंडिगो पर 9,000 करोड़ रुपये का बड़ा जुर्माना लगाने की मांग की गई है।
आज 7वें दिन भी रायपुर से उड़ानें प्रभावित
इंडिगो एयरलाइन की सेवाओं पर आज लगातार सातवें दिन भी असर पड़ा है। 5 से 8 दिसंबर तक चार दिनों की अवधि में रायपुर एयरपोर्ट से कुल 64 उड़ानें निरस्त हुईं। इतना ही नहीं, 9 दिसंबर को कोलकाता जाने वाली उड़ान भी रद्द रही। पिछले पाँच दिनों में पूरे देश में 3000 से अधिक उड़ानें रद्द हो चुकी हैं।
8 दिसंबर को रद्द हुई उड़ानों की सूची
8 दिसंबर को रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट से विभिन्न शहरों के लिए 8 उड़ानें रद्द रहीं, जिनमें मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और दिल्ली जैसे शहर शामिल हैं।
रद्द हुई उड़ानों के नंबर:
6E-669 RPR–CCU
6E-6373 RPR–BOM
6E-406 RPR–BLR
6E-197 RPR–HYD
6E-7302 RPR–IDR
6E-6691 RPR–BOM
6E-5349 RPR–DEL
6E-7354 RPR–HYD
यात्रियों की यात्रा योजनाएँ हुईं फेल, आर्थिक और मानसिक तनाव
छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी द्वारा भेजे गए नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों को कोई पूर्व सूचना दिए बिना ही उड़ानें रद्द कर दीं। इस कारण हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाएँ विफल हो गईं। उड़ानें रद्द होने और लेट होने की वजह से यात्रियों को बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है, साथ ही उन्हें मानसिक तनाव भी झेलना पड़ा है। सोसाइटी ने 5 दिनों के भीतर हर यात्री को टिकट की कीमत का कम से कम 10 गुना मुआवजा देने की मांग की है।
















