दूसरे देशों पर निर्भरता हमारा सबसे बड़ा दुश्मन : पीएम मोदी

भावनगर (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भावनगर, गुजरात में ‘समुद्र से समृद्धि’ कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ₹34,200 करोड़ से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान, उन्होंने भारत की विदेशी निर्भरता को सबसे बड़ा दुश्मन बताया और इस चुनौती से निपटने पर ज़ोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज विश्वबंधुत्व की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है और दुनिया में हमारा कोई बड़ा शत्रु नहीं है। उनका मानना है कि हमारी सबसे बड़ी चुनौती दूसरों पर हमारी निर्भरता है, जिससे हमें मिलकर लड़ना होगा। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि जितनी ज़्यादा विदेशी निर्भरता होगी, उतनी ही अधिक देश की प्रगति बाधित होगी। विश्व में शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए यह आवश्यक है कि भारत, जो दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है, आत्मनिर्भर बने।
कांग्रेस सरकार की आलोचना और भावनगर का महत्व
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के सामर्थ्य की प्रशंसा की लेकिन साथ ही पिछली सरकारों की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद, कांग्रेस ने देश की क्षमताओं को नज़रअंदाज़ किया, जिस कारण भारत वह सफलता हासिल नहीं कर पाया जिसका वह हकदार था। इसका मुख्य कारण लाइसेंस-कोटा राज और दुनिया के बाज़ार से अलग-थलग रहना था, जिसने देश के युवाओं को बहुत नुकसान पहुँचाया।
प्रधानमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कार्यक्रम केवल भावनगर के लिए नहीं है, बल्कि यह पूरे भारत को समुद्र से समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने भावनगर को इस पहल का केंद्र बनाने के लिए विशेष रूप से बधाई दी।
समुद्री क्षेत्र में विकास और नए अवसर
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का भारत समुद्र को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है। उन्होंने बंदरगाहों के विकास के लिए शुरू की गई हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का जिक्र किया और बताया कि कैसे ये परियोजनाएँ देश के आर्थिक विकास में तेज़ी लाएंगी।
इसके अलावा, देश में क्रूज़ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मुंबई में एक नए अंतर्राष्ट्रीय क्रूज़ टर्मिनल का भी उद्घाटन किया गया। अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने 17 सितंबर को मिले जन्मदिन की शुभकामनाओं के लिए देश और दुनिया भर के लोगों का आभार व्यक्त किया।