फरीदाबाद छापे से डरा था डॉ. उमर, घबराहट में बनाया दिल्ली ब्लास्ट का खूनी प्लान, जांच में हुए ये 10 बड़े खुलासे

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के बाहर हुआ धमाका एक आतंकी हमला था। इस हमले में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 लोग घायल हुए हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, विस्फोटक एक कार में लगाया गया था और यह एक आत्मघाती हमला था। अब तक की जांच में सामने आया है कि दिल्ली के लाल किला ब्लास्ट के तार फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हुए हैं।
जांच एजेंसियां घटनास्थल से बरामद कार में मिले शव का डीएनए टेस्ट कराएंगी ताकि यह पुष्टि हो सके कि कार में मौजूद शख्स डॉक्टर उमर मोहम्मद ही था या नहीं। खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि आई-20 कार में डॉक्टर उमर मोहम्मद सवार था। उसकी एक सीसीटीवी तस्वीर मिली है, जिसमें वह काले रंग का मास्क पहने दिख रहा है।
फरीदाबाद में भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट बरामद होने के मामले में सूचना मिलने के बाद दिल्ली पुलिस समेत अन्य एजेंसियां डॉक्टर उमर मोहम्मद की तलाश कर रही थीं।
जांच में हुए 10 बड़े खुलासे:
डर से बनाया प्लान: सूत्रों के अनुसार, धमाके के समय आतंकी उमर मोहम्मद कार में अकेला था। उसने अपने दो अन्य साथियों के साथ हमले की योजना बनाई थी। फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में लगातार गिरफ्तारियां होने लगीं, तो उमर को पकड़े जाने का डर सताने लगा और दहशत में उसने जल्दबाजी में आतंकी हमले की योजना बनाई। उसने अपने साथियों के साथ कार में डेटोनेटर लगाया और धमाके को अंजाम दिया।
कार का अंतिम रूट: आई-20 कार आखिरी बार बदरपुर बॉर्डर पर दिल्ली में प्रवेश करते हुए दिखाई दी थी। इसके आगे के रूट का पता लगाया जा रहा है। इसके बाद यह कार लाल किले के मेट्रो स्टेशन, गेट नंबर-1 के पास देखी गई।
पार्किंग में तीन घंटे: धमाके से पहले यह कार लाल किले के पास सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में 3 घंटे तक खड़ी रही। यह दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में घुसी और शाम 6:48 बजे बाहर निकली, जिसके कुछ देर बाद ही धमाका हो गया।
सीसीटीवी फुटेज: दिल्ली पुलिस ने वह सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिया है, जिसमें यह संदिग्ध कार पार्किंग में अंदर जाते और बाहर निकलते दिख रही है। इससे पता चलता है कि संदिग्ध कार में अकेला था। जांच एजेंसियां अब दरियागंज रूट की गाड़ियों की जांच कर रही हैं। पुलिस कार की पूरी मूवमेंट का पता लगाने के लिए 100 सीसीटीवी क्लिप्स और आस-पास के टोल प्लाजा के वीडियो फुटेज की जांच कर रही है।
कार की चेन: जिस आई-20 कार से ब्लास्ट किया गया, उसके मालिक मोहम्मद सलमान थे। उन्होंने इसे नदीम को बेचा, जिसने इसे फरीदाबाद के एक कार डीलर ‘रॉयल कार जोन’ को बेचा। इसके बाद इसे तारिक ने खरीदा और फिर उमर ने। कार हरियाणा के गुरुग्राम नॉर्थ आरटीओ में HR 26 7624 नंबर से मोहम्मद सलमान के नाम पर रजिस्टर्ड थी।
तारिक हिरासत में: तारिक को बीती रात पुलिस ने पुलवामा के संबूरा से हिरासत में लिया है, लेकिन कार की आरसी उसके नाम पर नहीं है। सूत्रों के अनुसार, तारिक ने 2015 में कार उमर को दे दी थी। पुलिस ने तारिक और उमर दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इस डील में आमिर नाम के व्यक्ति का कनेक्शन भी सामने आया है।
आत्मघाती हमलावर: पहले दिल्ली पुलिस ने कहा था कि विस्फोट वाली कार में तीन लोग सवार थे और वे आत्मघाती हमले के पहलू की जांच कर रहे थे। लेकिन अब पुलिस कह रही है कि कार में उमर मोहम्मद अकेला था।
घायलों के शरीर पर छर्रे नहीं: एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि विस्फोट चलती हुंडई आई-20 कार में हुआ, जिसमें तीन लोग बैठे थे। उन्होंने यह भी बताया कि घायलों के शरीर में कोई छर्रा या पंचर नहीं मिला, जो कि सामान्य विस्फोट में असामान्य है।
प्राथमिकी दर्ज: दिल्ली पुलिस ने इस ब्लास्ट में यूएपीए की धारा 16 और 18 (आतंकवादी कृत्य और उसके लिए दंड) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। इसके अलावा, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3 और 4, और हत्या व हत्या के प्रयास की धाराएं भी जोड़ी गई हैं।
लाल किला ब्लास्ट का फरीदाबाद से कनेक्शन
दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के सूत्रों के अनुसार, जांच से संकेत मिल रहे हैं कि लाल किले के पास हुए कार ब्लास्ट के तार फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल से जुड़े हैं। इस मॉड्यूल का हाल ही में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भंडाफोड़ किया था।
यह मॉड्यूल प्रतिबंधित संगठनों जैसे जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और अंसार गजवात-उल-हिंद (AGuH) से जुड़े संदिग्धों का था, जो उनके इशारे पर काम कर रहे थे। इस मॉड्यूल में दो पुरुष और एक महिला डॉक्टर भी शामिल थी।
इस मामले में पुलिस ने फरीदाबाद के डॉक्टर मुजम्मिल अहमद गनई, पुलवामा के डॉ. आदिल अहमद राथर, और लखनऊ की डॉ. शाहीन शाहिद को गिरफ्तार किया है। इसी ब्लास्ट के संबंध में पुलिस आतंकी डॉक्टर मोहम्मद उमर की तलाश कर रही थी। पुलिस ने इस कार्रवाई में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है और लगभग 2,900 किलो विस्फोटक, हथियारों का जखीरा और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की हैं।
















