शांति समझौते से यूरोपीय संघ का इनकार

बर्लिन (एजेंसी)। यूक्रेन में चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित 28-सूत्रीय शांति योजना पर चर्चा हुई। अमेरिका, यूक्रेन और कई यूरोपीय राष्ट्रों के प्रतिनिधियों के बीच रविवार को हुई बातचीत के बाद इस योजना को घटाकर 19 बिंदुओं तक कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद भी कोई सहमति बनती नज़र नहीं आ रही है।
यूरोपीय संघ (EU) के कई प्रमुख नेताओं ने एक अहम शर्त रखते हुए शांति समझौता करने से इनकार कर दिया है। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, और अन्य यूरोपीय नेताओं ने स्पष्ट किया है कि यूक्रेनी लोगों और यूरोपीय देशों की भागीदारी के बिना यूक्रेन से संबंधित कोई भी शांति समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, मैक्रों ने सोमवार को जोर देकर कहा कि रूस-यूक्रेन विवाद से जुड़ी कोई भी शांति योजना तभी अंतिम रूप ले सकती है जब यूक्रेन और यूरोप दोनों बातचीत में शामिल हों। मैक्रों ने यह बात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मिलने के बाद एलिसी पैलेस में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
मैक्रों ने जब्त की गई रूसी संपत्ति, सुरक्षा गारंटी, और यूक्रेन के यूरोपीय संघ में शामिल होने की संभावना जैसे मुद्दों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि किसी भी समझौते को केवल यूरोपीय लोगों की मेज पर बैठकर ही अंतिम रूप दिया जा सकता है।
दूसरी ओर, वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन इस संघर्ष को गरिमापूर्ण तरीके से समाप्त करना चाहता है, और उन्होंने ठोस सुरक्षा गारंटी की मांग की। एलिसी पैलेस के अनुसार, मैक्रों और ज़ेलेंस्की ने सोमवार को यूरोपीय नेताओं के साथ-साथ अमेरिका के वार्ताकारों से भी बातचीत की। जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने भी सोमवार को यह दोहराया कि जर्मनी यूक्रेन पर किसी भी थोपी गई शांति के खिलाफ है।
















