आबकारी राजस्व में बढ़ोतरी : दिल्ली में शराब बिक्री से सरकार की आमदनी 6 महीनों में 12% से ज्यादा बढ़ी

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली सरकार की शराब बिक्री से होने वाली आय (राजस्व) में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। चालू वित्त वर्ष 2025-26 के पहले छह महीनों (अप्रैल से सितंबर) में, आबकारी राजस्व संग्रह (Excise Revenue Collection) में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 12% से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है।
राजस्व संग्रह के मुख्य आंकड़े
अधिकारियों द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार:
वित्त वर्ष 2024-25 की शुरुआती छह महीनों में वैट (VAT) सहित कुल राजस्व ₹3,731.79 करोड़ था।
यह इस वर्ष बढ़कर ₹4,192.86 करोड़ हो गया है।
वार्षिक लक्ष्य की ओर अग्रसर
आबकारी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में ही, ₹6,000 करोड़ के वार्षिक लक्ष्य का आधे से ज़्यादा हिस्सा प्राप्त किया जा चुका है। बता दें कि पहले यह लक्ष्य ₹7,000 करोड़ निर्धारित किया गया था, जिसे बाद में संशोधित करके ₹6,000 करोड़ कर दिया गया था।
वैट रहित मासिक और कुल राजस्व में भारी उछाल
आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि:
वैट को छोड़कर, मासिक उत्पाद शुल्क प्राप्तियां वित्त वर्ष 2024-25 में औसतन ₹279.81 करोड़ थीं, जो इस साल बढ़कर ₹517.26 करोड़ हो गईं, जो 84.86% की बड़ी वृद्धि है।
इसी तरह, वैट को छोड़कर कुल राजस्व ₹2,598.04 करोड़ से बढ़कर ₹3,043.39 करोड़ हो गया है, जो 17% की वृद्धि दर्शाता है।
आगामी त्योहारी सीज़न से बढ़ी उम्मीदें
अधिकारियों को यह उम्मीद है कि त्योहारों के मौसम, विशेषकर दीपावली और नए साल के दौरान, शराब की बिक्री में और अधिक तेज़ी आएगी। इससे संभावना है कि सरकार अपने वार्षिक राजस्व लक्ष्य को पार कर लेगी।
नई आबकारी नीति की तैयारी
राजस्व को और बढ़ाने, पारदर्शिता लाने और उपभोक्ता हितों की रक्षा करने के उद्देश्य से, दिल्ली सरकार ने मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। यह समिति नई आबकारी नीति तैयार करने पर काम कर रही है।
















