दिल्ली में प्रबंधन संस्थान के प्रमुख पर यौन उत्पीड़न का आरोप, स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती फरार

नई दिल्ली (एजेंसी)। दिल्ली स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट के प्रमुख स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती, जिन्हें पार्थ सारथी के नाम से भी जाना जाता है, पर कई छात्राओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इन आरोपों के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और फिलहाल वह फरार हैं।
मामले का विवरण
पुलिस ने स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के खिलाफ दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज की हैं। पहली शिकायत डिफेंस कॉलोनी में और दूसरी वसंत कुंज नॉर्थ थाने में दर्ज हुई है। आरोप है कि उन्होंने मुख्य रूप से उन छात्राओं को निशाना बनाया जो आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) से थीं और जिन्हें स्कॉलरशिप मिली थी।
इन आरोपों में अभद्र भाषा का इस्तेमाल, अश्लील मैसेज भेजना और जबरन शारीरिक संपर्क बनाने जैसी बातें शामिल हैं। शिकायत करने वाली 17 छात्राओं ने यह भी बताया कि कुछ महिला कर्मचारी और प्रशासनिक स्टाफ भी उन पर आरोपी की बातें मानने का दबाव बनाते थे। इसके अलावा, कुछ छात्राओं का आरोप है कि आश्रम की वार्डन ने ही उन्हें आरोपी से मिलवाया था।
पिछली शिकायतें और जांच
पुलिस के अनुसार, स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हो चुके हैं। साल 2009 में डिफेंस कॉलोनी में उन पर धोखाधड़ी और छेड़छाड़ का आरोप लगा था। इसके बाद, 2016 में भी एक महिला ने वसंत कुंज में छेड़छाड़ का मामला दर्ज कराया था।
वर्तमान जांच में पुलिस ने चैतन्यानंद की एक लग्जरी वॉल्वो कार भी जब्त की है। इस कार पर संयुक्त राष्ट्र (UN) की फर्जी नंबर प्लेट लगी थी। पुलिस ने पुष्टि की है कि यह नंबर प्लेट यूएन द्वारा जारी नहीं की गई थी, बल्कि इसे खुद आरोपी ने बनवाया था।
पुलिस की कार्रवाई
दक्षिण-पश्चिम जिले के पुलिस उपायुक्त अमित गोयल ने बताया कि मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार है। पुलिस की टीमें लगातार उसकी तलाश कर रही हैं, और सीसीटीवी फुटेज की जांच के साथ-साथ कई जगहों पर छापेमारी भी की गई है, लेकिन अभी तक चैतन्यानंद का पता नहीं चल पाया है।
















