मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वदेशी अपनाने पर दिया ज़ोर, ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध

भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों के कारण भारत विश्व में एक महत्वपूर्ण विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने प्रदेशवासियों से आग्रह किया कि वे अपने दैनिक जीवन में स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर और भारतीय उद्यमियों तथा कारीगरों का समर्थन करके एक मजबूत और आत्मनिर्भर राष्ट्र के निर्माण में योगदान दें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को भोपाल के समन्वय भवन में ‘आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान’ को संबोधित कर रहे थे।
भारत की समृद्ध परंपरा और आर्थिक क्षमता
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारत के ऐतिहासिक रूप से समृद्ध व्यापार और अनुशासित जीवन पद्धति की चर्चा की। उन्होंने कहा कि ‘जियो और जीने दो’ के विचार ने भारतीय समाज को हमेशा विकसित किया है। पहले समाज में धर्मादा (दान) की परंपरा से ही शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी जनकल्याणकारी गतिविधियाँ संचालित होती थीं। उन्होंने पिछली सरकारों की लाइसेंस, कोटा, परमिट जैसी नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि इनके कारण देश की मुद्रा का अवमूल्यन हुआ और सामाजिक व्यवस्थाओं में सरकारी हस्तक्षेप के नकारात्मक परिणाम सामने आए।
वैश्विक मंच पर भारत का बढ़ता सम्मान
डॉ. यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया, जिन्होंने अतीत को गौरव के साथ देखने की दृष्टि दी और संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी में भाषण देकर भारतीय बौद्धिक क्षमता को विश्व में स्थापित किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की पहल और नेतृत्व से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की साख और आर्थिक सामर्थ्य बढ़ी है। प्रधानमंत्री मोदी न केवल किसानों के हितैषी हैं, बल्कि वे मजदूर, व्यापारी सहित सभी वर्गों के कल्याण के लिए चिंतित हैं। उनके मार्गदर्शन में लागू की गईं व्यापार, व्यवसाय और कर-व्यवस्था की सरल और पारदर्शी नीतियों ने आम आदमी के जीवन को आसान बनाया है।
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का लक्ष्य
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ज़ोर देकर कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु पूरी तरह प्रतिबद्ध है। प्रदेश में उद्योग और निवेश की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों से स्वदेशी को बल मिलेगा। उन्होंने आने वाले त्योहारों के दौरान स्वदेशी सामग्री का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए उपस्थित जनसमूह को प्रेरित किया।
स्वदेशी अपनाने की शपथ
इस अवसर पर आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए स्वदेशी अपनाने की शपथ दिलाई गई। नागरिकों को निम्न बातों का संकल्प दिलाया गया:
दैनिक जीवन में अधिकतम भारतीय उत्पादों का उपयोग करना।
आयातित वस्तुओं की जगह देसी विकल्प अपनाना।
घर, काम और समाज में भारतीय उत्पादों को प्राथमिकता देना।
गांव, किसान और कारीगरों का समर्थन कर स्थानीय उद्योग को बढ़ावा देना।
युवाओं और बच्चों को प्रेरित करते हुए नई पीढ़ी को पारिवारिक और सामाजिक जीवन में भारतीय भाषाओं का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना।
पर्यावरण के प्रति सजग रहकर स्वदेशी और प्रकृति-अनुकूल उत्पादों का प्रयोग करना।
देश के पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता देना।
कार्यक्रम को सांसद व राष्ट्रीय महामंत्री श्री अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष श्री हेमंत खंडेलवाल, सांसद श्री आलोक शर्मा और विधायक श्री भगवान दास सबनानी ने भी संबोधित किया।
















