भारत-न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौता : दोनों देशों के लिए खुलेगा अवसरों का द्वार

नई दिल्ली (एजेंसी)। भारत और न्यूजीलैंड मुक्त व्यापार समझौता (FTA) करने के लिए बातचीत कर रहे हैं। इस संबंध में, भारत के केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल न्यूजीलैंड के दौरे पर हैं। दोनों पक्ष इस समझौते से जुड़ी चर्चाओं को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं। ऐसी संभावना है कि अगले कुछ महीनों में समझौते पर अंतिम सहमति बन सकती है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार, यह समझौता दोनों देशों के लिए बड़े अवसर पैदा करेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह समझौता जल्दबाजी में नहीं किया जाएगा, बल्कि सभी संवेदनशील मुद्दों पर पूरी तरह से विचार करने के बाद ही संपन्न होगा।
वार्ता में प्रगति और द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि
दोनों देशों के वार्ताकार पिछली बैठकों में हुई प्रगति को आगे बढ़ा रहे हैं और जो मुद्दे लंबित हैं, उन पर सहमति बनाने के लिए सकारात्मक चर्चा कर रहे हैं। यह प्रस्तावित समझौता एक संतुलित, व्यापक और परस्पर लाभकारी साझेदारी पर केंद्रित होगा, जिससे दोनों पक्षों को लाभ हो।
हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार में तेजी से वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल व्यापार बढ़कर 1.30 अरब डॉलर तक पहुँच गया, जो कि उससे पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 48 प्रतिशत अधिक रहा।
भविष्य के लक्ष्य और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार
प्रस्तावित समझौते के तहत, व्यापार और निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी और आपूर्ति श्रृंखला में सुधार होगा। समझौते का लक्ष्य है कि अगले 10 वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापार दोगुना से अधिक हो जाए। इसी कारण, दोनों पक्ष समझौते से जुड़ी वार्ताओं को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री का समर्थन: संतुलित समझौते पर ज़ोर
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लकसन ने भारत को न्यूजीलैंड की समृद्धि, सुरक्षा और सामाजिक विकास के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण देश बताया है। ऑकलैंड में आयोजित एक कार्यक्रम में, जहाँ वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और न्यूजीलैंड के व्यापार मंत्री टॉड मैक्ले भी मौजूद थे, प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर ने भाग लिया।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि दोनों देशों के बीच बढ़ता सहयोग न केवल व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और नवाचार को भी प्रोत्साहन देगा। उन्होंने बताया कि दोनों देश इस मुक्त व्यापार समझौते पर तेजी से काम कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री लकसन ने कहा कि यह समझौता न्यूजीलैंड के व्यवसायों को भारतीय बाजार में विशाल अवसर देगा। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि वे भारत के साथ एक मजबूत और संतुलित एफटीए पर काम कर रहे हैं, जो न्यूजीलैंड की कंपनियों के लिए भारतीय बाजार में बड़े अवसर पैदा करेगा।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर भी चर्चा जारी
पीयूष गोयल ने यह भी बताया कि भारत और अमेरिका के बीच भी एक प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) के लिए लगातार चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि बातचीत सही दिशा में आगे बढ़ रही है, लेकिन कई संवेदनशील और गंभीर मुद्दों के कारण इसमें स्वाभाविक रूप से कुछ समय लगेगा।
पृष्ठभूमि: इस वर्ष फरवरी में, भारत और अमेरिका के नेताओं ने अधिकारियों को इस द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत करने का निर्देश दिया था। उन्होंने समझौते के पहले चरण को 2025 की शरद ऋतु तक पूरा करने की समय सीमा तय की है।
ये विचार-विमर्श महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन द्वारा भारतीय वस्तुओं पर भारी-भरकम शुल्क लगाए जाने के बाद से दोनों देशों के संबंध कुछ तनावपूर्ण हो गए थे। इसमें रूसी कच्चे तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त आयात शुल्क भी शामिल था।
















