एमपी में खेलों का नया दौर : डॉ. यादव ने ‘शिक्षा और खेल’ के समन्वय पर दिया ज़ोर

इंदौर/भोपाल (एजेंसी)। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर में आयोजित 7वें नेशनल रैंकिंग पिकलबॉल टूर्नामेंट के दौरान खेल और संस्कृति के गहरे जुड़ाव को रेखांकित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार खेलों को केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि भविष्य निर्माण का आधार मानती है, इसीलिए इसे स्कूली पाठ्यक्रम का अनिवार्य हिस्सा बनाया गया है।
संस्कृति का आधार: मुख्यमंत्री ने कहा कि वैदिक काल से ही खेल भारतीय जीवनशैली का अभिन्न अंग रहे हैं। यह व्यक्ति के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
शिक्षा में स्थान: मध्य प्रदेश सरकार ने नई पहल करते हुए खेलों को औपचारिक शिक्षा से जोड़ा है, ताकि बचपन से ही बच्चों में अनुशासन और खेल भावना विकसित हो सके।
खिलाड़ियों से आह्वान: डॉ. यादव ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि खेल चाहे कोई भी हो, लक्ष्य हमेशा ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन’ होना चाहिए। खिलाड़ियों की मेहनत ही प्रदेश और देश को वैश्विक पटल पर गौरवान्वित करती है।
आर्थिक प्रगति में योगदान: मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि औद्योगिक विकास और कृषि के क्षेत्र में बढ़ता मध्य प्रदेश, भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
शारीरिक परिश्रम और युवा पीढ़ी
कार्यक्रम के दौरान निजी स्कूल के अध्यक्ष स्वप्निल कोठारी ने आज के दौर की एक बड़ी चुनौती पर प्रकाश डाला। उन्होंने युवाओं से ‘डिजिटल रील’ की आभासी दुनिया को छोड़कर खेल के मैदान में पसीना बहाने की अपील की। उन्होंने कहा कि वास्तविक व्यक्तित्व का विकास पुरुषार्थ और मैदानी मेहनत से ही संभव है।
सम्मान और उपस्थिति
इस अवसर पर विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला सहित कई जनप्रतिनिधि और भारी संख्या में खेल प्रेमी उपस्थित रहे।
विशेष नोट: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मध्य प्रदेश राज्य ओलंपिक एसोसिएशन के संरक्षक भी हैं, जो खेल अधोसंरचना के विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
















