ऑपरेशन सिंदूर: AI की मदद से भारतीय सेना ने पाकिस्तान को कैसे पस्त किया

नई दिल्ली (एजेंसी)। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। अब सामने आई जानकारी के अनुसार, इस सफलता में भारत को AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से भी बड़ी मदद मिली थी। खबर है कि AI की सहायता से भारतीय सेनाओं ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना की गतिविधियों की महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई। इस कार्य में पिछले 26 साल के रिकॉर्ड्स का इस्तेमाल किया गया।
94% से अधिक सटीकता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के समय सेना में डायरेक्टर जनरल इंफॉर्मेशन सिस्टम का पद संभाल रहे और वर्तमान में सेना की इलेक्ट्रॉनिक्स एवं मैकेनिकल इंजीनियर्स (ईएमई) कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव कुमार साहनी ने हाल ही में बताया कि स्थान निर्धारित करने और निशाना साधने में सटीकता 94 प्रतिशत से भी अधिक रही थी।
युद्ध क्षेत्र के मॉडल (मॉडलिंग) को 26 साल के डेटा के आधार पर तैयार किया गया था। इस डेटा में सभी रेडियो एमिशन और सभी फ़्रीक्वेंसी सिग्नेचर को ट्रैक किया गया था। इसमें प्रत्येक उपकरण की गतिविधि और उस पाकिस्तानी यूनिट की जानकारी शामिल थी जिसे पहले वह उपकरण सौंपा गया था। लेफ्टिनेंट जनरल साहनी ने बताया, ‘इस मॉडलिंग और लाइव फ़ीड की मदद से 94 फ़ीसदी सटीकता हासिल हुई। इसकी सहायता से हम यह पता लगा पाए कि मशीन (बंदूक, मिसाइल, यूनिट आदि) सीमा पर किस जगह पर होगी।’
देश में विकसित 23 ऐप्स ने निभाई रीढ़ की भूमिका
लेफ्टिनेंट जनरल ने जानकारी दी कि देश में ही विकसित किए गए 23 ऐप्स ने भी ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने इन ऐप्स को ऑपरेशन सिंदूर की रीढ़ की हड्डी बताया। उन्होंने कहा कि इन ऐप्स ने वास्तविक समय का डेटा बिना समय गंवाए उपलब्ध कराकर सेनाओं को मजबूती दी। इसकी मदद से दुश्मन के ठिकानों पर सटीक निशाना लगाने, खतरों का पता लगाने और रणनीति बनाने में सहायता मिली।
उन्होंने यह भी बताया कि इन ऐप्स के इस्तेमाल में तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल देखने को मिला। उन्हें एक ही स्क्रीन पर ऑपरेशन से जुड़ी तमाम जानकारी मिल रही थी, जिसे वे बिना समय गंवाए एक-दूसरे के साथ साझा कर रहे थे। लेफ्टिनेंट जनरल साहनी ने कहा कि ऐप्स की मदद से अगले 72 घंटे के मौसम के पूर्वानुमान के आधार पर सेनाएं अपनी रणनीतियों को अंजाम दे रही थीं। उन्होंने दोहराया कि इन ऐप्स से मिली जानकारी 94 प्रतिशत से भी ज्यादा सटीक थी।
चीन की चुनौती और तैयारी
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन द्वारा पाकिस्तान के साथ भारतीय सेनाओं से जुड़ी जानकारी साझा करने के संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि सेना हर स्थिति से निपटने के लिए आकस्मिक योजना (contingency plan) के साथ काम करते हुए पूरी तरह तैयार थी।
उन्होंने बताया कि सभी खुफिया एजेंसियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले स्वदेशी रूप से विकसित ऐप्स में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान रिकॉर्ड समय में बदलाव किए गए थे, ताकि सेनाओं की ज़रूरतों को पूरा किया जा सके और दुश्मन के सेंसरों का आसानी से पता लगाया जा सके।