अवैध प्रतिबंधित इंजेक्शन व टेबलेट बिक्री करने वाले पर पुलिस का प्रहार

बिलासपुर। सरकंडा पुलिस ने बहतराई के नाग-नागिन तालाब के पास छापा मारा। पुलिस को देखते ही दो लोग भागने लगे, जिनमें से एक को पकड़ लिया गया। पकड़े गए व्यक्ति ने अपनी पहचान राजेंद्र साहू (22 वर्ष, बहतराई निवासी) के रूप में बताई। उसका दूसरा साथी रितेश उर्फ लूटू पांडे भागने में कामयाब रहा, जिसकी तलाश जारी है।
आरोपी राजेंद्र साहू के पास से एक सफेद और काले कैरी बैग से अवैध दवाएं जब्त की गईं। इन दवाओं में 25 एविल इंजेक्शन, 100 रेक्सोजेसिक इंजेक्शन और 130 नाइट्रजेपाम टैबलेट्स शामिल थीं, जिनकी कुल कीमत 6,506 रुपये है। पुलिस ने राजेंद्र साहू को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया है।
इन दवाओं का दुरुपयोग करने वाले लोग नशे के आदी हो जाते हैं। इन नशीली दवाओं के सेवन से शरीर कमजोर हो सकता है, सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, याददाश्त पर बुरा असर पड़ सकता है, और व्यक्ति धीरे-धीरे सामान्य जीवन जीने के लायक नहीं रहता।
नशे की लत से जुड़े स्वास्थ्य जोखिम
शारीरिक कमजोरी: इन दवाओं के लगातार सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता घटती है और शरीर कमजोर होने लगता है।
श्वसन संबंधी समस्याएं: कुछ दवाएं सांस लेने की प्रक्रिया को धीमा कर सकती हैं, जिससे जान का खतरा बढ़ सकता है।
मानसिक और तंत्रिका तंत्र पर असर: नशे की लत याददाश्त, एकाग्रता और निर्णय लेने की क्षमता को प्रभावित करती है।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव: नशे के कारण लोग अपनी नौकरी, परिवार और सामाजिक संबंधों को खो देते हैं, जिससे उनका जीवन बर्बाद हो जाता है।
















