रायपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई : ‘ऑपरेशन समाधान’ के तहत 100 से अधिक संदिग्धों से पूछताछ

रायपुर। पड़ोसी देश बांग्लादेश में मचे उथल-पुथल के बीच, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है। अवैध घुसपैठ और शहर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रायपुर पुलिस ने एक विशेष अभियान ‘ऑपरेशन समाधान’ चलाया है। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य शहर में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे संदिग्धों की पहचान करना है।
तड़के सुबह शुरू हुई छापेमारी
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह के नेतृत्व में पुलिस की विभिन्न टीमों ने आज सुबह करीब 4 बजे शहर के कई संवेदनशील इलाकों में एक साथ दबिश दी। इस सरप्राइज चेकिंग अभियान के दौरान मोवा, खमतराई, टिकरापारा, उरला और सिविल लाइन्स जैसे क्षेत्रों में सघन जांच की गई।
अभियान की मुख्य बातें:
सत्यापन: पुलिस ने लगभग 1,000 से अधिक बाहरी व्यक्तियों के दस्तावेजों की जांच की।
हिरासत: उचित पहचान पत्र न होने और संदिग्ध गतिविधियों के कारण 100 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है।
प्रोफाइल: पकड़े गए अधिकांश लोग मजदूरी या ऑटो चलाने जैसे कार्यों में संलिप्त हैं।
तकनीकी जांच: हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के मोबाइल फोन और उनके संपर्कों की गहनता से जांच की जा रही है।
सुरक्षा घेरा हुआ कड़ा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में कुछ संदिग्धों के तार पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश सीमावर्ती क्षेत्रों से जुड़े होने के संकेत मिले हैं। वर्तमान में सभी संदिग्धों को पुलिस लाइन ले जाया गया है, जहाँ सुरक्षा एजेंसियां उनके रिकॉर्ड खंगाल रही हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि शहर की शांति भंग करने की कोशिश करने वाले किसी भी संदिग्ध को बख्शा नहीं जाएगा।
















