छत्तीसगढ़

कांग्रेस 16 अगस्त को प्रदेश भर में करेगी गौ सत्याग्रह

रायपुर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य के मौजूदा मुद्दों पर अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बिजली दरों में बढ़ोतरी, नगरीय निकायों के अध्यक्षों के वित्तीय अधिकारों की वापसी, आवारा पशुओं की समस्या, 14 अगस्त को संविधान यात्रा, और विश्व आदिवासी दिवस पर नवीन आरक्षण विधेयक पर हस्ताक्षर जैसे मुद्दों पर चर्चा की।

बिजली दरों में बढ़ोतरी और स्टील उद्योगों की स्थिति पर चिंता

बैज ने बताया कि राज्य की स्टील इकाइयां पिछले एक सप्ताह से बंद हैं, जिससे 2 लाख से अधिक मजदूरों, ट्रांसपोर्टरों, और अन्य लोगों के सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि वह उद्योगों और आम आदमी के बिजली दरों को बढ़ाकर राज्य की रीढ़ कहे जाने वाले लोहा उद्योग को बर्बाद कर रही है।

बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़, जो देश के प्रमुख ऊर्जा उत्पादक राज्यों में से एक है, वहां के नागरिकों और उद्योगों को महंगी बिजली खरीदनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ की बिजली दरें 7.62 रुपये से 8.50 रुपये प्रति यूनिट हैं, जबकि पड़ोसी राज्यों में यह दरें कम हैं।

नगरीय निकायों के अध्यक्षों के वित्तीय अधिकारों की वापसी को बताया अलोकतांत्रिक

बैज ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा नगरीय निकायों के अध्यक्षों से वित्तीय अधिकार वापस लेना अलोकतांत्रिक है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासन में जनप्रतिनिधियों को सशक्त बनाने के लिए वित्तीय अधिकार दिए थे, लेकिन भाजपा सरकार ने दुर्भावनापूर्ण तरीके से इन्हें वापस ले लिया है। कांग्रेस इस अधिसूचना को रद्द करने और जनप्रतिनिधियों के वित्तीय अधिकारों को बहाल करने की मांग करती है।

16 अगस्त को प्रदेश भर में होगा गौ सत्याग्रह

बैज ने आवारा पशुओं की समस्या पर भी गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से गोधन न्याय योजना बंद कर दी गई है, जिससे प्रदेश में आवारा पशुओं की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि अगर 15 अगस्त तक इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो कांग्रेस 16 अगस्त को गौ सत्याग्रह करेगी और आवारा पशुओं को सरकारी कार्यालयों में ले जाकर छोड़ देगी।

14 अगस्त को संविधान यात्रा का आयोजन

बैज ने घोषणा की कि आजादी की 77वीं वर्षगांठ के पूर्व 14 अगस्त को कांग्रेस प्रदेश के सभी गांवों और वार्डों में संविधान यात्रा के रूप में प्रभात फेरी का आयोजन करेगी। इस यात्रा में देश के संविधान की रक्षा की प्रतिज्ञा ली जाएगी और महात्मा गांधी के प्रिय भजन “वैष्णव जन” का गान होगा।

बैज ने विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं और मांग की कि छत्तीसगढ़ का आरक्षण संशोधन विधेयक, जो राजभवन में लंबित है, उस पर हस्ताक्षर किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद आदिवासियों का अधिकार अब तक लंबित है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि वे 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के दिन विधेयक पर हस्ताक्षर करें और आदिवासियों के हक को बहाल करें।

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