मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कल्चुरी कलार समाज के महासम्मेलन में की शिरकत

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज बिलासपुर जिले के रतनपुर में आयोजित कल्चुरी कलार समाज के भव्य महासम्मेलन में भाग लिया। उन्होंने भगवान सहस्रबाहु और बहादुर कलारीन दाई की पूजा-अर्चना कर इस विशाल समागम का विधिवत उद्घाटन किया।
विकास कार्यों की घोषणा और योजनाओं पर चर्चा
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर रतनपुर के समग्र विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं:
‘प्रसाद’ योजना: उन्होंने बताया कि धार्मिक नगरी रतनपुर के विकास के लिए केंद्र सरकार की ‘प्रसाद’ योजना (PRASAD Scheme) के तहत ₹200 करोड़ की कार्ययोजना को मंजूरी के लिए भेजा गया है, जिसकी शीघ्र स्वीकृति मिलने की आशा है।
अस्पताल और सामुदायिक भवन: मुख्यमंत्री ने रतनपुर में 100 बिस्तर वाले अस्पताल की स्थापना और कल्चुरी समाज के सामुदायिक भवन निर्माण के लिए ₹1 करोड़ की राशि स्वीकृत करने की घोषणा की।
कल्चुरी राजवंश का गौरवशाली इतिहास
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री साय ने कल्चुरी राजवंश के गौरवशाली इतिहास को याद किया। उन्होंने कहा कि कल्चुरी राजवंश ने रतनपुर सहित देश के कई हिस्सों पर लगभग 1200 वर्षों तक शासन किया, जिनके शासनकाल में प्रजा सुखी और देश समृद्ध था।
उन्होंने कहा कि माँ महामाया की कृपा से छत्तीसगढ़ तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने छत्तीसगढ़ को खनिज, वन और जल संसाधनों से भरपूर देश का एक समृद्ध राज्य बताया और विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार प्रदेशवासियों को साथ लेकर इसे और अधिक प्रगतिशील बनाएगी।
मोदी की गारंटी: वादे पूरे
मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को केवल 22 महीने हुए हैं, और इस छोटी-सी अवधि में भी ‘मोदी की गारंटी’ के रूप में किए गए लगभग सभी बड़े वादे पूरे किए जा चुके हैं।
धान खरीदी: किसानों से किए गए वादे के अनुसार, सरकार ₹3,100 प्रति क्विंटल की दर से धान खरीद रही है।
महतारी वंदन योजना: राज्य की लगभग 70 लाख महिलाओं को प्रतिमाह ₹1,000 की सहायता राशि प्रदान की जा रही है।
नक्सलवाद पर नियंत्रण और औद्योगिक विकास
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल समस्या से पूरी तरह मुक्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्य तीव्र गति से शुरू किए गए हैं।
उन्होंने राज्य की नई उद्योग नीति की सराहना करते हुए बताया कि अब तक ₹7.5 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) और सेमीकंडक्टर उद्योगों की स्थापना का काम शुरू हो चुका है। नई नीति में रोजगार सृजन को प्राथमिकता दी गई है, और अधिक नौकरी देने वाले उद्योगों को विशेष रियायतें मिल रही हैं। उन्होंने सभी नागरिकों से इन नीतियों का लाभ उठाने का आह्वान किया।
विजन डॉक्यूमेंट-2047 में सबकी भागीदारी
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने विजन डॉक्यूमेंट-2047 जारी किया है। इसमें निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी अनिवार्य है।
अन्य गणमान्य व्यक्तियों का संबोधन
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्य के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि रतनपुर कल्चुरी शासन का प्रमुख केंद्र रहा है और ‘डबल इंजन’ की सरकार में विकास कार्यों को तेजी से बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कल्चुरियों द्वारा किए गए जनहितकारी कार्यों (तालाब, सड़कें, सिंचाई परियोजनाएं) को सरकार द्वारा आगे बढ़ाने की बात कही। उन्होंने नवा रायपुर में एक चौक का नाम भगवान सहस्रबाहु के नाम पर रखने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री राजेश अग्रवाल ने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति सामाजिक समरसता की प्रतीक है।
इस अवसर पर विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री अमर अग्रवाल, श्री सुशांत शुक्ला, श्री अटल श्रीवास्तव, श्रीमती संगीता सिन्हा, जिला पंचायत अध्यक्ष राजेश सूर्यवंशी, क्रेडा अध्यक्ष श्री भूपेन्द्र सवन्नी, योग आयोग के अध्यक्ष श्री रूपनारायण सिन्हा, एवं महापौर श्रीमती पूजा विधानी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। कल्चुरी कलार समाज के मोहित जायसवाल ने स्वागत भाषण दिया।
मां महामाया मंदिर में पूजा-अर्चना
महासम्मेलन में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने मां महामाया मंदिर में दर्शन किए और विधिवत पूजा-अर्चना कर आरती की। उन्होंने छत्तीसगढ़ की खुशहाली और समृद्धि की कामना करते हुए देवी माँ का आशीर्वाद लिया।
















