बाढ़ की भयानक त्रासदी में पंजाब के लोगों की हरसंभव मदद कर रही है राज्य सरकार : मुख्यमंत्री भगवंत मान

चंडीगढ़ (एजेंसी)। मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार बाढ़ प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है। इस आपदा की घड़ी में, सरकार एक परिवार की तरह राज्य के लोगों के साथ खड़ी है, उनकी सभी ज़रूरी ज़रूरतों को पूरा कर रही है। सरकार ने विशेष रूप से महिलाओं और गर्भवती महिलाओं की बुनियादी आवश्यकताओं का ध्यान रखा है और उनकी देखभाल के लिए कई अहम निर्देश दिए हैं।
महिलाओं और बच्चों की सहायता में पहल
आम आदमी पार्टी (आप) की युवा और महिला विंग ने नाभा, पठानकोट, गुरदासपुर और अन्य बाढ़ प्रभावित ज़िलों में राहत कार्य में तेज़ी ला दी है। कार्यकर्ताओं ने गाँव-गाँव जाकर राहत सामग्री और राशन वितरित किया, जिसमें महिलाओं और बच्चों की विशेष ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित किया गया। फिरोजपुर और फाजिल्का के राहत शिविरों में महिलाओं को सैनिटरी पैड और मच्छरदानियाँ भी बांटी गईं।
इसके अलावा, 11,103 से ज़्यादा आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर दवाएँ पहुँचा रही हैं और जल-जनित तथा वेक्टर-जनित बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ा रही हैं। वे गर्भवती महिलाओं की निगरानी और देखभाल को प्राथमिकता दे रही हैं और यह सुनिश्चित कर रही हैं कि नियमित टीकाकरण में कोई बाधा न आए।
आपातकालीन चिकित्सा सेवाएँ
मान सरकार ने बाढ़ प्रभावित गाँवों में लोगों और गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए लगभग 458 रैपिड रिस्पांस टीमें, 360 मोबाइल मेडिकल यूनिट और 424 एम्बुलेंस तैनात की हैं। बोट एम्बुलेंस के माध्यम से प्रसव सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई गई हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए कई चिकित्सा शिविर लगाए, जहाँ प्रसव पूर्व जाँच और दवाएँ भी उपलब्ध थीं।
गुरदासपुर में, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को आपातकालीन स्थितियों में निकालने के लिए विशेष रूप से बोट एम्बुलेंस और एक हेलीकॉप्टर तैनात किया गया। इन प्रयासों से आठ गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित निकाला गया, जिनमें से एक महिला ने बोट पर ही चिकित्साकर्मी की सहायता से एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। एनडीआरएफ की टीमों को भी बचाव कार्यों में लगाया गया।
स्वास्थ्य मंत्री का योगदान
सिविल सर्जन डॉ. राजविंदर कौर के अनुसार, पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने विभाग को बाढ़ पीड़ितों, विशेषकर संकटग्रस्त गर्भवती महिलाओं की सुरक्षित डिलीवरी और निकासी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था। इन निर्देशों का पालन करते हुए, स्वास्थ्य विभाग ने टेंडी वाला से मनजीत कौर और कालू वाला से मनप्रीत कौर को सफलतापूर्वक बचाकर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहाँ उन्होंने सुरक्षित रूप से अपने बच्चों को जन्म दिया। गर्भवती महिलाओं के लिए 108 एम्बुलेंस सेवा निःशुल्क उपलब्ध कराई गई।