कोयला खदान धंसने से नाबालिग समेत 2 की मौत, गांव में मची अफरा तफरी
उदयपुर (एजेंसी)। वन परिक्षेत्र उदयपुर के ग्राम सुखरी भंडार के तीन लड़के अवैध कोयला खदान में खनन के लिए गए और एक बड़े हादसे का शिकार हो गए। तीन में से दो लड़के जो कुंआ जैसी खाई में घुसे हुए थे उसमें से एक भी बाहर नहीं आया। उनके साथ जो लड़का बाहर खड़ा था, उसने ग्रामीणों को और मृतक के परिजनों को सूचना दी की कोयला खदान धसकने से दो लोग अंदर फंस गए हैं। घटना से गांव में अफरा तफरी मच गई। सभी लोग दौड़े भागे कोयला खदान के समीप पहुंचे और मिट्टी में दबे दोनों युवकों को जिसमें एक नाबालिक भी शामिल है उन्हें निकालकर बाहर लाए, लेकिन तब तक दोनों की सांस रूक चुकी थी।
मृतक के परिजन बालसाय मझवार एवं जेठू मझवार निवासी सुखरी भंडार थाना आकर सूचना दी कि उनका लड़का तिरंगा मझवार 17 साल एवं बुधलाल मझवार 20 साल एवं लक्ष्मण मझवार निवासी सुखरी भंडार 12 अप्रैल की शाम केरा झरिया गुफा में कोयला निकालने गए थे। कोयला निकालते वक्त शाम पांच बजे करीब ऊपर से मिट्टी धसक जाने से बुधलाल मझवार एवं तिरंगा मझवार मिट्टी में दब गए। लेकिन लक्ष्मण मझवार बाहर खड़ा होने से बच गया, जिसने गांव जाकर ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। ग्रामीण ने दोनों को मिट्टी से बाहर निकाला और घर लाए। दोनों की मृत्यु शुक्रवार शाम को ही हो गई थी । शनिवार को दोनों के पिताजी थाना आकर मर्ग की सूचना दी जिस पर थाना उदयपुर में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया है।
पुलिस जांच के दौरान घटना स्थल का निरीक्षण करने पर पाया कि गुफा के अंदर कोयला का पट्टी है जिसे निकालने मृतक गए थे। कोयला निकालते वक्त ऊपर से मिट्टी गिर जाने से दोनों घायल होकर दबे थे, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। वहीं ठीक एक दिन पहले 11 अप्रैल को वन विभाग ने मीटिंग लेकर ग्रामीणों को कोयला न निकालने की चेतावनी दी थी, इसके बाद भी दोनों लड़के कोयला निकालने के लिए गुफा में घुसे थे। हादसे के बाद से ग्राम में मातम पसरा हुआ है दोनों युवकों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। कार्यवाही में थाना प्रभारी निरीक्षक कुमारी चंद्राकर, ASI विजय गुप्ता, आरक्षक रामकुमार सक्रिय रहे।