अंतागढ़ अक्षय तृतीया शाम के आंधी बारिश ने चौपट किया गुड्डे गुड़ियो का विवाह
अ़़ंतागढ से राजेश कुमार ब्यूरो चीफ समाचार एवं विज्ञापन के लिए सम्पर्क करें अंतागढ़ में अक्ती तिहार ग्रामीण अंचलों मे अक्षय तृतीया पर्व को किसानों ने अन्नपूर्णा की पूजा अर्चना कर सभी को धन धान्य समृद्धि प्रदान करने कि कामनाएं की अक्षय तृतीया की पर्व को अक्ती तिहार के रूप में मनाया जाता हैं इस पर्व में हिन्दू समाज सुबह नदी पर जा कर इसनान ध्यान कर(आम के फलों को फरसा पत्ते पर रख कर)नदी किनारे पूजा अर्चना कर अर्ध जल अर्पित करने कि परम्परा शुरू से चली आ रही है इसी दीन बच्चों के द्वारा छत्तीसगढ़ में गुड्डू गुड़िया का शादी रचाई जाति है जिसमें कि शादी विवाह की रस्म अदायगी करने कि परम्परा शुरू से चली आ रही है।
अ़़ंतागढ में अक्षय तृतीया के रोज सुबह-शाम इधर मदीर एवं कइ घरों पर शादी समारोह का आयोजन किया गया था जिसमें जैसे ही शाम को मौसम ख़राब होने के कारण हवा पानी बिजली कड़क ने से आम नागरिकों परेशानीयों का शामना करते देखा गया जिसमें टेनंट वग्रह वह खाना पीना भी ख़राब हुआ बाहरी मेहमानों को बारीस के कारण परेशानी हुd:शाम रात तक पानी गिर अक्षय तृतीया की पर्व को अक्ती तिहार के रूप में मनाया जाता हैं इस पर्व में हिन्दू समाज सुबह नदी पर जा कर इसनान ध्यान कर(आम के फलों को फरसा पत्ते पर रख कर)नदी किनारे पूजा अर्चना कर अर्ध जल अर्पित करने कि परम्परा शुरू से चली आ रही है इसी दीन बच्चों के द्वारा छत्तीसगढ़ में गुड्डू गुड़िया का शादी रचाई जाति है जिसमें कि शादी विवाह की रस्म अदायगी करने कि परम्परा शुरू से चली आ रही हैअतागढ़ में अक्ती तिहार ग्रामीण अंचलों मे अक्षय तृतीया पर्व को किसानों ने अन्नपूर्णा की पूजा अर्चना कर सभी को धन धान्य समृद्धि प्रदान करने कि कामनाएं की