वरिष्ठ पत्रकार जवाहर नागदेव की बेबाक कलम सुना आपने…क्या भूपेश बघेल ने भी सुना है कि छत्तीसगढ़ में तबादलों का रेट बढ़ गया
तबादले खुलने वाले हैं। प्रदेश में जून के माह में तबादलों पर से प्रतिबंध हटा दिया जाएगा और धकाधक तबादले हांेगे। साथ ही ये भी खबर है कि तबादलों का रेट एक से दो लाख रूप्ये होगा। जानकार पीड़ित ने बताया कि यही काम भाजपा के शासन में 25 से 50 हजार में होता था। खैर महंगाई जो बढ़ गयी है।
अब आदिवासी नजर आया
तब आदिवासी नहीं थीं क्या
अब ये मोदी को संसद भवन का उद्घाटन करने के लिये कोस रहे हैं। और कोस भी उसके नाम से रहे हैं जिनका कभी विरोध किया था। जी हां राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु को बनाए जाने पर विपक्ष विरोध में था अब उद्घाटन न करवाने के नाम पर इस समुदाय का अपमान बता रहे हैं। क्या चुने जाने के समय वे आदिवासी नहीं थीं भैया। दूसरी बात जो भाजपा दावा करती है कि जब सारे भवनों और अन्य प्रोजेक्टांे का उद्घाटन पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी तक और फिर राजीव गांधी और फिर सोनिया-राहुल गांधी करते रहे थे तो क्या वो गलत थे ? अगर आप अब सही हो तो क्या आपके वरिष्ठ गलत थे ?
पब्लिक की और अब पुलिस की
बैण्ड बजाते आटोवाले
बात बड़ी दुख की और हंसने की है। खबर है कि एक आॅटो चालक ने बीच सड़क पर सवारी के लिये आॅटो खड़ी कर दी। जिस पर मालवीय रोड चिकनी मंदिर के पास तैनात सिपाही ने उसे चेतावनी दी। आॅटो वाले ने जाम तो क्लीयर नहीं किया अलबत्ता सिपाही की जमकर पिटाई कर दी। अब खुद ही आॅटोवालों को सर पर बिठाने वाली पुलिस की इस दुर्गति पर दुख भी होता है और हंसी भी आती है। इनका मनोबल किसने बढ़ाया है भैया…. ?
मोबाईल नंबर निजी मामला
जबर्दस्ती लेने का हक नहीं
कंपनियां, बड़े स्टोर माल का बिल बनाते समय कस्टमर से उनका मोबाईल नंबर लिया करती हैं। यदि नंबर नहीं दो तो बिल ही नहीं बन पाता। आगे चलकर ये साफ हुआ कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत् ये उचित नहीं और बिल बनाने के लिये नंबर देना आवश्यक नहीं।
जवाहर नागदेव, वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, चिन्तक, विश्लेषक
mo 9522170700