अरपा की गोद में बैठकर खुलकर हुई अरपा पे चर्चा
बिलासपुर ! अरपा विकास प्राधिकरण के सदस्य महेश दुबे के आव्हान पर पुराना पाल पर अरपा घाट पर अरपा पे चर्चा हेतु शहर के बुद्धजीवियों, सामाजिक समितियों के पदाधिकारियों, दुर्गा, गणेश सहित धार्मिक समितियों के पदाधिकारियों अरपा को जानने व मानने वालों को चर्चा हेतु बुलाया गया था, जिसमें बड़ी में भाग लेने हेतु पहुंचे। उपस्थित सभी लोगों ने अरपा को लेकर खुलकर चर्चा की, आयोजन सार्थक रहा, जानकारी देते हुए आयोजक महेश दुबे ने बताया कि अरपा को लेकर लोगों के मन में क्या है, इस बात की जानकारी इस चर्चा में प्राप्त हुई। सभी सुझाव, सभी आपत्तियों को संकलन कर आवश्यक कार्यवाही प्रशासन को भेजा जायेगा। नदी जीवंत रहकर सदा नीरा रहे, इस पर सुझाव आये, अवैध रेत उत्खनन को लेकर आक्रोश सामने आया, जलकुंभी ना हो, इसके लिए सुझाव भी प्राप्त हुये। बैराज बनने के बाद पानी का भराव अरपा में होगा, साफ पानी में गंदा पानी शामिल ना हो, इसके लिए समय पर नाले का निर्माण हो जाये और नाले का पानी ट्रटीमेंट तक पहंुचाया जाये, इस हेतु भी सुझाव लोगों ने दिया। अपनी बात रखने वालों में प्रमुख रूप से वामपंथी नेता नंद कुमार कश्यप, बिलासा कला मंच के सोमनाथ यादव, भाजपा युवा मोर्चा के सुशांत शुक्ला, पदयात्री राजीव देवांगन, अरपा के उद्गम को लेकर लगातार प्रयास करने वाले अवधेश गुजर-खोडरी, अधिवक्ता निरूपमा बाजपेयी, रिटायर्ड अधिकारी अनिल कुमार व्यास, अजय पाठक, सुदीप श्रीवास्तव, आमआदमी पार्टी से उज्जवला कराडे, समाजसेविका पायल लाट, विजय केशरवानी, दीप्ति धुरंधर, विरेन्द्र गहवई, चंद्रप्रदीप बाजपेयी, आदि ने भी अपने विचार रखे। अरपा विकास प्राधिकरण की ओर से उपाध्यक्ष अभय नारायण राय ने विकास प्राधिकरण का गठन एवं किये जा रहे कार्यों को बताया गया। महेश दुबे ने बताया कि अरपा की दशा और दुर्दशा पर लोगों में आक्रोश दिखा, लेकिन एकजुटता से संरक्षण एवं संवर्धन करने की सहमति भी बनी। लोगों ने कहा कि अरपा के ऊपर भाषणबाजी ना हो, काम हो, जनता पूरा सहयोग करेगी, प्रशासन अरपा की दशा सुधारने के लिए ईमानदारी से काम करे। अरपा के दोनों तट पर पर्यावरण संरक्षण हेतु प्राकृतिक सौंदर्यीकरण बनाये रखने के लिए वृहद वृक्षारोपण हो, अरपा की सेवा अरपा माता मानकर किया जावे।
इस अवसर पर एस.पी.चतुर्वेदी, देवेन्द्र सिंह बाटू, चंद्रप्रदीप बाजपेयी, अनिल कुमार व्यास, अशोक भंडारी, मोहन गोले, नीरज सोनी, शैलेन्द्र उरमलिया, तारेन्द्र उसराठे, केशव बाजपेयी, विजय शर्मा, अमित श्रीवास्तव, कृष्णमुरारी दुबे, नवीन दुबे, शैलेश शुक्ल, समीर अहमद बबला, बद्री यादव, अनिल गुलहरे, मोशीन अली, महमूद हसन रिजवी, एस.बी.मिश्रा, अजय पाठक, विशंभर गुलहरे, अमर बजाज, राजू देवांगन, डॉ.दीप्ति , अंजनी तिवारी, गौरव ऐरी, श्याम गुलहरे, संतोष रजक, अनुराग पाण्डेय, गणेश रजक, अमित राय, विनय अग्रवाल, अनुग्रह मिश्रा, दिव्य प्रकाश दुबे, अतुल सिंह, चंचल सलूजा, इंद्ररमन सिंह ठाकुर, रेखा गुल्ला, प्रदीप बनवाल, चित्रकांत श्रीवास, हरीश मोटवानी, नवीन वर्मा, सिद्धांशु मिश्रा, प्रदीप नारंग, रमाशंकर बघेल, श्याम पटेल, अमित दुबे, संतोष प्रजापति, विकल्प तलवार, संजू ठाकुर, जयप्रकाश पाठक, घनश्याम कौशिक, संतोष पिपलवा, सुभाष ठाकुर, श्याम मोहन, अनिल सिंह चौहान, ईशा बेरीवाल, डॉ.सुधाकर बिबे, राकेश शर्मा, महेश श्रीवास, नरेन्द्र बोलर, श्रीमती पिंकी निर्मल बतरा, स्वर्णा शुक्ला, अंजली चावड़ा, नीरू बिस्ट, निरूपमा बाजपेयी, मनोहरदास मानिकपुरी, रमेश दुआ, राज जैन, गोविंद केशलानी, शत्रुहन जैसवानी, अश्वनी पाण्डेय, देवानंद दुबे, अनिल तिवारी, वैभव दुबे, प्रतीक तिवारी, केशव गोरख, मनोज श्रीवास रंजीत सिंह खनूजा, संस्कृति तिवारी, मनोज सोनी, देवेन्द्र मिश्रा, अतुल सिंह, शिवा मिश्रा, चंद्रशेखर पारस, धर्मेश शर्मा, अशोकरंजन वर्मा, ऋषि पाण्डेय, दीपक गुप्ता चाम्पा, विजेन्द्र कुमार तिवारी, संजय पिल्ले, अशीष शुक्ला सहित अनेक गणमान्य प्रबुद्धजन उपस्थित थे।