कांग्रेस और बीजेपी के बीच ‘वोट चोरी’ पर आरोप-प्रत्यारोप

रायपुर। कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में ‘वोट चोरी’ के आरोपों को लेकर दूसरी बार एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने 31 मिनट का प्रेजेंटेशन देकर वोट चोरी के सबूत पेश करने का दावा किया।
राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार
राहुल गांधी के आरोपों पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी लंबे समय तक सत्ता में रहने के बाद जनता का विश्वास खो चुकी है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस के पक्ष में नतीजे नहीं आते, तो वे सवाल खड़ा कर देते हैं, जैसा कि मतदाता सूची को लेकर भी हो रहा है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि कांग्रेस के पास अब कोई मुद्दा नहीं बचा है।
वहीं, बीजेपी विधायक पुरंदर मिश्रा ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए उन्हें ‘मंदबुद्धि बालक’ कहा। मिश्रा ने कहा कि जो नेता आलू से सोना बनाने जैसी बातें कर सकता है, वह कुछ भी बोल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के बचे-खुचे अस्तित्व को भी खत्म कर देंगे।
राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ के आरोप
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने फिर से वोट चोरी के आरोपों को दोहराया। उन्होंने कहा कि उनके पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि देश के दलित और ओबीसी वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने खुद को देश और संविधान का रक्षक बताते हुए कहा कि कर्नाटक के आलंद में 6,018 वोट हटाए गए। उन्होंने दावा किया कि 2023 के चुनाव में ऐसे हटाए गए वोटों की संख्या इससे कहीं ज्यादा थी।
राहुल गांधी ने एक घटना का उदाहरण देते हुए बताया कि एक बूथ-लेवल अधिकारी ने पाया कि उसके चाचा का वोट डिलीट हो गया है। जब उसने इसकी जांच की तो पता चला कि यह वोट उसके पड़ोसी ने हटाया था। लेकिन जब पड़ोसी से पूछा गया तो उसने इस बात से साफ इनकार कर दिया। राहुल गांधी ने कहा कि इसका मतलब यह है कि वोट हटाने वाला और जिसका वोट हटाया गया, दोनों को ही इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वास्तव में किसी बाहरी ताकत ने सिस्टम को हाईजैक करके ये वोट हटाए हैं।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इन आरोपों पर और क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं।
















