कठघोरा में 101 परिवारों की गंगा जल से पांव पखारकर कराई गई घर वापसी

कठघोरा। कठघोरा में 24 नवंबर को सामाजिक प्रमुख के सम्मान समारोह में 101 परिवारों की गंगा जल से पांव पखारकर घर वापसी कराई गई। धर्मसेना की ओर से कटघोरा के संस्कृतिक भवन में रविवार को धर्मांतरण कर चुके परिवारों की घर वापसी कार्यक्रम रखा गया। यहां समाज प्रमुख का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम में हिंदू धर्म से दूसरे धर्म में गए 101 परिवारों की घर वापसी कराई गई और ये सभी वापस सनातन धर्म में शामिल हुए।
मुख्य अतिथि के रूप में अपने उद्बोधन के दौरान प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने धर्मांतरण रूपी बीमारी का सर्व सुलभ ईलाज “घारवापसी” को बतलाया। उनका मानना है जिस दिन हिंदू समाज जाग जायेगा उसी दिन धर्मांतरण छू मंतर हो जायेगा। अपनी चिंता को साझा करते हुए उन्होंने कहा हिंदू समाज की कुंभकर्णी निद्रा धर्मांतरण का मुख्य कारण है। हम अपने लोगों तक सनातन संस्कृति की सुगंध नहीं पहुंचा पा रहे हैं।
समाज प्रमुखों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि समाज के मुखिया की जिम्मेवारी बहुत ही महत्वपूर्ण है वे सनातन संस्कृति के चौकीदार हैं उनकी सजगता समाज के बिखराव को रोक सकती है समाज प्रमुखों के प्रति उन्होंने अपनी कृतज्ञता भी व्यक्त की। उन्होंने हिंदू युवाओं का आह्वान किया कि वे अपने पूर्वजों के विरासत की अहमियत समझें और आगे आ कर उसकी रक्षा करें। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने सभी परिवार के पैर पखारे और उन्हें तिलक लगाकर घर वापसी की बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज हिंदुत्व किसी जाति का नहीं राष्ट्रीयता का प्रतीक है, इतिहास गवाह है।
आगे कहा कि जहां हिंदू घटा है देश बंटा है। इसीलिए हिंदू बचाना मंदिर बनाने से भी बड़ा कार्य है। क्योंकि हिंदू ही मंदिर बनाएगा मंदिर हिंदू नहीं। सम्मेलन में उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि मैं विरोधियों को चुनौती देता हूं ये धर्मांतरण का घिनौना कार्य बंद कर दो अन्यथा इसका दूरगामी परिणाम विचारणीय होगा।
धर्म सेवा के प्रदेश संरक्षक प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने बताया कि छत्तीसगढ़ में एक बड़े स्तर पर धर्म परिवर्तन का सिलसिला जारी था। जिस पर हिंदू संगठन के द्वारा अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस शासन काल में पिछले 5 सालों में धर्म परिवर्तन हुए। सत्ता परिवर्तन के बाद भाजपा शासन काल में धर्म परिवर्तन पर बिल्कुल अंकुश लगाया जाएगा। आज इस कार्यक्रम में जो भी हिंदू भाई शामिल हुए और घर वापसी हुई है। उनका स्वागत है। इस कार्यक्रम में काफी संख्या में धर्म सेना के कार्यकर्ता और प्रमुख लोग शामिल थे। भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का सभी हिंदुओं ने संकल्प लिया।
कार्यक्रम मे मुख्य रूप से कौशलेंद्र सिंह ,रामा श्रेय पांडेय, आचार्य राकेश, विष्णु पटेल, कपिल शास्त्री, आत्मा नारायण पटेल, सुरेंद्र बहादुर सिंह,राम दयाल उइके व अन्य उपस्थित रहे।