मिथुन चक्रवर्ती की वो फिल्म जो एक डायलॉग की वजह से सिनेमाघरों से उतर गई थी

मुंबई (एजेंसी)। बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने अपने करियर में कई सफल अभिनेत्रियों के साथ काम किया है। ‘डिस्को डांसर’ के नाम से मशहूर मिथुन ने अपने शानदार अभिनय और डांस से दर्शकों का दिल जीता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी एक फिल्म ऐसी भी थी, जिसे सिर्फ़ एक डायलॉग की वजह से सिनेमाघरों से उतार दिया गया था?
यह बात 1998 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘गुंडा’ की है। इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती मुख्य भूमिका में थे। उनके साथ मुकेश ऋषि, मोहन जोशी, शक्ति कपूर और हरीश पटेल जैसे कलाकार भी थे। फिल्म के संवाद काफी आपत्तिजनक और अश्लील माने गए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, फिल्म में कुछ बेहद घटिया डायलॉग्स थे, जिसकी वजह से इसे ‘सी ग्रेड’ फिल्म का दर्जा मिला था। इन डायलॉग्स की वजह से कुछ कॉलेज जाने वाली लड़कियों ने सेंसर बोर्ड से शिकायत की। इस शिकायत के बाद सेंसर बोर्ड ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फिल्म को सिनेमाघरों से उतारने का निर्देश दिया।
फिल्म के विवादित डायलॉग
फिल्म ‘गुंडा’ के कुछ डायलॉग्स इतने अजीब थे कि वे आज भी चर्चा में रहते हैं। जैसे:
“मेरा नाम है पोते, जो अपने बाप के भी नहीं होते।”
“मेरा नाम है इबू हटेला, मां मेरी चुड़ैल की बेटी, बाप मेरा शैतान का चेला।”
इस फिल्म में काम करने वाले अभिनेता मुकेश ऋषि ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उन्हें आज भी इस फिल्म के डायलॉग्स की वजह से शर्मिंदगी महसूस होती है। दिलचस्प बात यह है कि इतनी आलोचना के बावजूद, IMDb पर ‘गुंडा’ को 10 में से 7.3 की अच्छी रेटिंग मिली है।