छत्तीसगढ़धर्म कर्म

कलश यात्रा के साथ 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पुराण कथा का शुभारंभ

रायपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के संरक्षण एवं मार्गदर्शन में गायत्री प्रज्ञा पीठ संतोषी नगर रायपुर एवं रायपुर महानगर के गायत्री परिजनों के सहयोग से 15 से 18 दिसम्बर तक दशहरा मैदान, छत्तीसगढ़ नगर, टिकरापारा में होने वाले 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण के लिए शुक्रवार को विशाल कलश यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम संयोजक रामकृष्ण साहू और जिला समन्वयक लच्छूराम निषाद ने बताया कि कलश यात्रा में पीले वस्त्र धारण कर महिलाओं ने सिर पर जलकलश लेकर क्षेत्र का भ्रमण किया।

कलशयात्रा में लगभग 2000 की संख्या में गायत्री परिजन, व नगरवासी तथा स्थानिय जनप्रतिनिधी उपस्थित रहें। इस दौरान जगह जगह विभिन्न संगठनों के द्वारा पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। प्रज्ञागीतों, गायत्री मंत्रोच्चार से पूरा क्षेत्र गायत्रीमय हो गया तथा गायत्री माता के जयकारे से पूरा नगर गूंजायमान रहा। कलश यात्रा टिकरापारा के नरैया तालाब से जल भरकर, गंगा आरती के साथ प्रांरभ हुए जो सिद्धार्थ चौक, हनुमान मंदिर, हरदेवलाला मंदिर, टिकरापारा थाना होते हुए छत्तीसगढ़ नगर दशहरा मैदान पहुंची एवं यहां शांतिकुुंज हरिद्वार से पधारे ऋषिपुत्रों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिविधान से कलश पूजन कराकर यज्ञ स्थल पर सभी कलशों को स्थापित कराया गया।

यह महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा दिनांक 18 दिसम्बर तक चलेगा। अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक एवं संरक्षक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य एवं परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा ने मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण के लिए गायत्री मंत्र साधना और यज्ञ कर्म को आवश्यक माना है। गायत्री मंत्र साधना से मनुष्य के बुद्धि क्षमता का अनंत विस्तार होता है, वहीं पर पूर्ण श्रद्धा और विधि सम्मत किया हुआ महायज्ञ से पर्यावरण का परिस्कार संवर्धन एवं समाज में सांस्कृतिक एकता, समरसता और भाई चारे का वातावरण निर्मित होता है। उक्त महायज्ञ संचालन शांतिकुंज हरिद्वार के ऋषिपुत्रो द्वारा संपन्न किया जा रहा है। पंडित राम शर्मा द्वारा अपने पूरे जीवन काल के दौरान 3200 साहित्यों की रचना की गई है, जिसमें चारों वेदों का सरल भाष्य, पुराण, उपनिषद सहित अनेक सद्ग्रंथ शामिल है, गुरुजी द्वारा लिखी गयी प्रमुख साहित्य भी यज्ञ स्थल पर उपलब्ध है। इस महायज्ञ में जसमें समस्त संस्कार निःशुल्क कराया जायेगा। यज्ञ स्थल में साहित्य एवं सप्तसूत्रीय आंदोलन पर विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई है।

इस दौरान विशेष रुप से गायत्री परिवार छत्तीसगढ़ की जोन समन्वयक श्रीमती आदर्श वर्मा, उपजोन समन्वयक सी.पी. साहू, गायत्री शक्ति पीठ समता कॉलोनी रायपुर के प्रमुख ट्रस्टी श्याम बैस, श्रीमती निशा देवेन्द्र यादव (पार्षद एवं जोन अध्यक्ष), ममता साहू (राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष साहू समाज) सुभाष तिवारी (पूर्व नेता प्रतिपक्ष नगर निगम), स्थानिय गायत्री परिजन मोहन उपारकर, हीरालाल साहू, दीनानाथ साहू, बेनीराम साहू, हीरालाल निषाद, दिलीप निषाद, एस.एन. राय, हरिराम साहू, डॉ. जी.एस. पटेल, डॉ. हरिशंकर पटेल, खोमन साहू, आशीष राय, एम.एल. साहू, इत्यादि उपस्थित थे।

दिनांक 16 दिसम्बर को प्रातः 6 बजे से ध्यान योग, प्रज्ञा योग प्रातः 8:30 बजे देव पूजन एवं 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ दोपहर 1 बजे भोजन प्रसाद दोपहर 2:30 बजे से कार्यकर्ता गोष्ठी दोपहर 3 से 5:30 बजे तक प्रज्ञा पुराण कथा शाम 5:30 सक 7:30 बजे तक नारियों जागों स्वयं को पहचानों पर प्रवचन होगा।

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