छत्तीसगढ़

भूपेश बघेल के निवास पर CBI की जांच पूरी, बोले- रायपुर निवास करना था सील, कुछ नहीं मिला तो 3 मोबाइल ले गए

दुर्ग। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भिलाई स्थित निवास पर CBI की छापेमारी पूरी हो चुकी है। रेड की कार्रवाई समाप्त होने के बाद बघेल ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा प्रोटेक्शन मनी का आरोप लगा रही है, जबकि उनके कार्यकाल में 74 से अधिक एफआईआर दर्ज करवाई गई थीं। उन्होंने इस कार्रवाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे से जोड़ते हुए कहा कि 30 तारीख को पीएम की सभा के लिए मुद्दे तैयार किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके घर से कुछ नहीं मिला, इसलिए CBI अधिकारी उनके तीन मोबाइल फोन अपने साथ ले गए।

CBI ने लिए भूमि और संपत्ति के दस्तावेज

पूर्व सीएम ने दावा किया कि 15 दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जांच की थी, जिसमें कुछ नहीं मिला। अब CBI उन्हीं दस्तावेजों की जांच कर रही है। अधिकारी संपत्ति से जुड़े सभी मूल दस्तावेज और 400 से अधिक फोटोकॉपी लेकर गए हैं, जिन पर उनसे हस्ताक्षर करवाए गए। उन्होंने कहा कि पहले रमन सिंह सरकार ने इन संपत्तियों की जांच करवाई, फिर ED ने, और अब CBI वही दोहरा रही है।

प्रदीप मिश्रा और सौरभ चंद्राकर के संबंधों पर सवाल

भूपेश बघेल ने उपमुख्यमंत्री के क्षेत्र में हो रही प्रदीप मिश्रा की कथा को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भाजपा को बताना चाहिए कि मिश्रा का महादेव सट्टा एप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर से क्या संबंध है। उन्होंने आरोप लगाया कि सौरभ चंद्राकर की तस्वीरें पूर्व राज्यपाल रमेश बैस और भाजपा नेता प्रेमप्रकाश पांडेय के साथ सामने आ चुकी हैं।

CBI ने पूर्व अधिकारियों और अफसरों को किया तलब

महादेव सट्टा एप मामले में CBI ने भिलाई और रायपुर में छापेमारी की। CBI टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, आईपीएस आनंद छाबड़ा, प्रशांत अग्रवाल, ओएसडी मनीष बंछोर और आशीष वर्मा के निवासों पर जांच पूरी की। इसके अलावा कई अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है, जिससे बड़े खुलासे होने की संभावना है।

CBI ने मनीष बंछोर के घर से जब्त किए संपत्ति के दस्तावेज

CBI अधिकारियों ने पूर्व ओएसडी मनीष बंछोर के परिवार से पूछताछ की और उनकी पैतृक व नौकरी से अर्जित संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए। वहीं, आशीष वर्मा के रायपुर स्थित निवास को सील कर दिया गया है।

छत्तीसगढ़ में 33 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी

CBI ने रायपुर, भिलाई और अन्य 33 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। जिन लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई हुई, उनमें पूर्व सीएम भूपेश बघेल, विधायक देवेंद्र यादव, पूर्व IAS अनिल टुटेजा, IPS अधिकारी आनंद छाबड़ा, अभिषेक पल्लव, प्रशांत अग्रवाल और KPS ग्रुप के निशांत त्रिपाठी शामिल हैं।

ASP अभिषेक महेश्वरी का घर सील

CBI टीम ने राजनांदगांव के VIP कॉलोनी स्थित ASP अभिषेक महेश्वरी के घर पर छापा मारा और घर को सील कर दिया। जब टीम पहुंची, तब महेश्वरी वहां मौजूद नहीं थे।

क्या है पूरा मामला?

महादेव बेटिंग एप घोटाले की जांच अगस्त 2024 में CBI को सौंपी गई थी। इससे पहले ED, ACB और EOW इस मामले की जांच कर रही थीं। मार्च 2024 में ACB द्वारा दाखिल चार्जशीट में भूपेश बघेल को आरोपी बनाया गया था। उन पर धोखाधड़ी, आपराधिक साजिश, विश्वासघात और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस घोटाले में कई वरिष्ठ अधिकारियों और नेताओं की संलिप्तता सामने आई है।

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