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केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में होगा पी.एम. मित्र पार्क का शिलान्यास
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पी.एम. मित्र पार्क का शिलान्यास
केन्द्रीय मंत्री श्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में पी.एम. पार्क का शिलान्यास भी किया जायेगा। केन्द्रीय वस्त्र मंत्रालय द्वारा देश के 7 राज्यों में 4,445 करोड़ रूपये की लागत से 7 पी.एम. मित्र पार्क अनुमोदित किए गए है। इसमें मध्यप्रदेश में भी एक पी.एम. मित्र पार्क शामिल हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए 5 एफ विजन (फार्म टू, फाइवर टू, फैक्ट्री टू, फैशन टू, फॉरेन) को साकार करने इन मेगा पार्कों को विकसित किया जा रहा है। केन्द्र सरकार को कुल 13 राज्यों से 18 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिनमें से सात राज्यों के प्रस्तावों का चयन किया गया है।
मध्यप्रदेश द्वारा केन्द्र सरकार को 4 विकल्प भैंसोला, पीपलरांवा. रतलाम एवं कटनी दिये गए थे, जिसमें से भैंसोला को चयनित किया गया। इंदौर संभाग के धार जिले के भैंसोला में लगभग 1563 एकड़ भूमि पर पी.एम. मित्र पार्क विकसित किया जा रहा है। यह सम्पूर्ण भूमि एम.पी.आई.डी.सी. के आधिपत्य में है। इस पार्क के विकास में केन्द्र सरकार द्वारा 2 चरणों में 500 करोड़ रूपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। पार्क में मध्यप्रदेश की उद्योग संवर्धन नीति में मिलने वाले समस्त लाभ उपलब्ध होंगे। साथ ही भारत सरकार द्वारा 100 करोड़ से अधिक निवेश करने वाली इकाइयों को टर्न ओवर का 3 प्रतिशत (अधिकतम 15 करोड़ एवं 30 करोड़) तीन वर्षों तक प्रदान किया जायेगा। इस पार्क के लिये केन्द्र और मध्यप्रदेश शासन के मध्य एक एस.पी.वी. का गठन किया जायेगा, जिसमें राज्य शासन की हिस्सेदारी 51 प्रतिशत एवं केन्द्र सरकार की हिस्सेदारी 49 प्रतिशत होगी।
पार्क में निवेश हेतु 19 इकाइयों द्वारा रूचि व्यक्त की गई हैं, जिनके द्वारा 6 हजार करोड़ रूपए से अधिक का निवेश किया जाना प्रस्तावित है। इसमें लगभग 50 हजार प्रत्यक्ष एवं एक लाख 50 हजार अप्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त होंगे। टेक्सटाईल एवं गारमेन्टिंग सेक्टर की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसमें अशिक्षित / अकुशल व्यक्तियों के लिए भी रोजगार के भरपुर अवसर होते है, जिसमें अधिकतर (90 प्रतिशत से अधिक) महिलाएँ शामिल होती है।
मध्यप्रदेश शासन द्वारा ऐसे उद्योग जिनमें रोजगार के अवसर अन्य उद्योगों की तुलना में अधिक होते है, की प्रदेश में स्थापना पर लगातार जोर दिया जा रहा है। इसके फलस्वरूप देश के टेक्सटाईल एवं गारमेन्टिंग उद्योगों में मध्यप्रदेश को लेकर एक विशेष एवं आशाजनक माहौल बना हुआ है।