जी-20 का आयोजन वैश्विक शक्ति के रूप में भारत की मान्यता : उपराष्ट्रपति धनखड़
नई दिल्ली (एजेंसी)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संवैधानिक संस्थाओं को कलंकित और अपमानित करने की साजिशों को बेअसर करने का आह्वान करते हुए बुधवार को कहा कि जी -20 का भव्य आयोजन एक वैश्विक शक्ति के रुप में भारत की मान्यता थी। श्री धनखड़ ने आज यहां सप्रू हाउस में विश्व मामलों की भारतीय परिषद (आईसीडब्ल्यूए) के अनुसंधान संकाय को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता एक बड़ी उपलब्धि थी। एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभरते हुए भारत की सभी पक्षों में वैध और उचित मान्यता थी और इससे वैश्विक सहमति बनी।
उन्होंने ने जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत की भूमिका की व्यापक सराहना की और जी- 20 नेताओं के शिखर सम्मेलन की सफलता का उल्लेख किया। वैश्विक मंच पर भारत के बढ़ते प्रभाव का उल्लेख करते हुए उपराष्ट्रपति ने ‘फ्रैजाइल फाइव’ का हिस्सा बनने से लेकर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने तक की भारत की यात्रा का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भारत में हो रही कुछ उपलब्धियां एक समय दुनिया के लिए कल्पना से परे लगती थीं। उन्होंने कहा कि दुनिया कभी सोच भी नहीं सकती कि धर्म, जाति, पंथ और भाषा की विविधता वाले देश में ऐसा हो सकता है।
श्री धनखड़ ने कहा कि भारत के बारे में समय-समय पर फैलाई जाने वाली खतरनाक, भयावह कहानियों का मुकाबला करने में सबसे आगे रहने चाहिए। उन्होंने कहा, केवल हमारे संवैधानिक संस्थानों को कलंकित करने, धूमिल करने, अपमानित करने और नष्ट करने के लिए बनाई गई ऐसी रणनीति को बेअसर करने में आपकी भूमिका महत्वपूर्ण है। उपराष्ट्रपति ने शोधकर्ताओं से लोगों को राष्ट्र की उपलब्धियों से अवगत कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, आप देश के हर बाहरी व्यक्ति के लिए और दुनिया के हर भारतीय नागरिक के लिए खिड़की हैं।