आबकारी घोटाला : 39 ठिकानों पर छापा, 90 लाख नकद समेत डिजिटल डेटा, सोना-चांदी जब्त

रायपुर। आबकारी घोटाले की जांच के तहत मंगलवार को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) और ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ने प्रदेशभर में एक साथ बड़ी कार्रवाई की। राज्य के विभिन्न जिलों में स्थित 39 परिसरों पर छापेमारी करते हुए टीमों ने करीब 90 लाख रुपये की नगदी, महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल डेटा, मोबाइल फोन, सोना-चांदी और अचल संपत्तियों से जुड़े निवेश के रिकॉर्ड जब्त किए हैं।
आबकारी घोटाले से जुड़ा मामला
यह कार्रवाई आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो द्वारा दर्ज आपराधिक प्रकरण क्रमांक 04/2024 के तहत की गई। यह मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (धारा 7 और 12) तथा भारतीय दंड संहिता की धाराएं 420, 467, 468, 471 और 120-बी के तहत दर्ज किया गया है।
ब्यूरो ने अपनी जांच में पाया कि मामले के मुख्य आरोपियों ने अपराध से अर्जित अवैध रकम का निवेश अलग-अलग लोगों के माध्यम से संपत्तियों और व्यवसायों में किया। इस ठोस जानकारी के आधार पर आज तड़के विभिन्न शहरों में एक साथ कार्रवाई की गई।
किन-किन परिसरों पर छापा?
इस छापेमारी में संदेहास्पद व्यक्तियों के घर, ऑफिस, व्यापारिक प्रतिष्ठान और अन्य ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। टीमों ने मौके से डिजिटल उपकरण, वित्तीय रिकॉर्ड, निवेश से जुड़े दस्तावेज और संदिग्ध कैश जब्त किया। अभी जब्त सामग्री का विश्लेषण किया जा रहा है और आगे की कानूनी कार्यवाही जारी है।
आगे की कार्रवाई
ब्यूरो ने यह स्पष्ट किया है कि जब्त दस्तावेजों और डेटा की जांच के बाद नई गिरफ्तारियां और खुलासे हो सकते हैं। इस पूरे अभियान को राज्य के भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी समन्वित कार्रवाई माना जा रहा है।
यह छापेमारी ऐसे वक्त पर हुई है जब प्रदेश में कई पूर्व मंत्री, अफसर और कारोबारी वर्ग आबकारी नीति से जुड़े घोटालों की जांच के घेरे में हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अगली कानूनी कार्रवाइयों में किन-किन नामों का पर्दाफाश होता है।