भाजपा घबरा गई है और मेरे खिलाफ षड़यंत्र रच रही है : भूपेश बघेल

भिलाई। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पदुमनगर भिलाई तीन स्थित निवास पर छापेमारी की। कार्रवाई के बाद ईडी की टीम रायपुर रवाना हो गई। इसके तुरंत बाद भूपेश बघेल अपने बंगले से बाहर आए और कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। उन्होंने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा घबरा गई है और ईडी के पास कोई ठोस सबूत नहीं हैं। उन्होंने इसे कांग्रेस और उनके खिलाफ षड्यंत्र करार दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी अधिकारियों को उनके निवास से कुछ भी संदिग्ध सामग्री नहीं मिली है। तलाशी के दौरान केवल मंतूराम और पुनीत गुप्ता के बीच बातचीत की एक पेन ड्राइव और अभिषेक सिंह की कंपनी का बांड पेपर मिला, जिसे ईडी ने बिना किसी जांच के छोड़ दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए साजिश रची जा रही है।
कार्यकर्ताओं को सजग रहने की अपील
भूपेश बघेल ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और विधायकों का आभार व्यक्त किया और कहा कि सभी लोग उनके लिए सुबह से डटे रहे। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सजग और सतर्क रहें, क्योंकि यह लड़ाई अन्याय के खिलाफ है।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित किया। छापे को लेकर जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि ईडी के अधिकारियों ने मुझे विधानसभा जाने से मना किया। मोबाइल मांगा, नहीं दिया तो बात करने से मना किया। अभिषेक सिंह के एक मामले की फाइल थी वो मिली। सोना चांदी नहीं ले गए। 33 लाख रुपए नगद मिला। हमने इसका हिसाब दिया। पत्नी, बहू और बच्चों बेटे की अलमारी खंगाल ली, लेकिन उनको कुछ मिला। विधानसभा में सवाल पूछना अपराध हो गया है।
“बिना सर्च वारंट के पहुंची ईडी की टीम”
बघेल ने बताया कि ईडी की टीम सुबह-सुबह उनके घर पहुंची, जब वे चाय पीते हुए अखबार पढ़ रहे थे। ईडी अधिकारियों ने कहा कि वे तलाशी लेने आए हैं। जब बघेल ने उनसे सर्च वारंट के बारे में पूछा, तो अधिकारियों ने कहा कि वे “लेकर आ रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने विधानसभा में एक सवाल पूछ लिया था, तो उनके घर ईडी की टीम पहुंच गई थी। अब जब उन्होंने एक सवाल उठाया, तो उनके घर पर भी ईडी आ धमकी। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव से ज्यादा भाजपा नेता विजय शर्मा की चलती है।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस और भाजपा के बीच राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। अब देखना होगा कि ईडी की इस कार्रवाई के बाद राजनीतिक माहौल में और क्या बदलाव आते हैं।